टूर्नामेंट में पैराग्वे का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और वह 3 मैचों में 2 हार और कोस्टारिका के साथ ड्रॉ हुए मैच में मात्र 1 अंक ही हासिल कर सकी। उसे टूर्नामेंट में बने रहने के लिए अमेरिका के खिलाफ हर हालत में जीत हासिल करनी थी लेकिन मेजबान टीम से हार के साथ ही उसका टूर्नामेंट से बाहर जाना सुनिश्चित हो गया।