Indian Junior Men Hockey भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम के साथ Sultan Johar Cup सुल्तान जोहोर कप 2022 और Junior Asia Cup जूनियर एशिया कप 2023 जीतने वाले कप्तान उत्तम सिंह ने भले ही पिछले एक साल में बहुत कुछ हासिल किया हो, लेकिन यह उनके सफर की महज शुरुआत है तथ्रा उनके लिए सितारों से आगे जहां और भी है।एक साधारण परिवार में जन्मे उत्तम उत्तर प्रदेश के करमपुर जिले में पले-बढ़े। इसके बाद उन्होंने हॉकी के अपने जुनून को अपना जीवन बनाने के लिये लुधियाना हॉकी अकादमी का रुख किया।
उत्तम ने बचपन के बारे में हॉकी इंडिया से कहा, “मेरा परिवार 2019 तक मिट्टी के बने घर में रहता था। हम एक बहुत ही बुनियादी जीवन जीते थे। हॉस्टल जाने के बाद ही मुझे अपने कमरे में एक पंखा और कूलर रखने का सौभाग्य मिला, जबकि मेरे माता-पिता ऐसी किसी सुविधा के बिना सोते थे। मुझे यह अच्छा नहीं लगता था, मैं चाहता था कि मेरे माता-पिता के पास भी सबसे अच्छी सुविधाएं हों और मुझे पता था कि हॉकी में करियर मेरी किस्मत बदल देगा।”
उन्होंने कहा, “कठिन समय अभी शुरू ही हुआ था। जब मैं हॉकी में एक दशक बिताने के बाद भी जूनियर टीम में नहीं चुना जा रहा था, तो मुझे लगा जैसे मैंने हॉकी से जुड़े रहने का गलत निर्णय लिया। साल 2017 में उत्तर प्रदेश की टीम के लिये जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप खेलना भी भारतीय टीम तक पहुंचने के लिये पर्याप्त नहीं था, लेकिन मैं अपने माता-पिता की खातिर कभी निराश नहीं हुआ, मुझे बस अगली राष्ट्रीय चैंपिनयशिप में बेहतर प्रदर्शन करना था।”
उत्तम का कहना है कि उनका अगला लक्ष्य जूनियर विश्व कप जीतना है। उत्तम इससे पहले उस भारतीय टीम का हिस्सा भी थे जो एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप भुवनेश्वर 2021 के सेमीफाइनल में हारने के बाद पोडियम स्थान हासिल करने से चूक गयी थी।
उत्तम ने कहा, “हमारे कोच चाहते हैं कि जीत हमारी आदत बन जाए। सुल्तान जोहोर कप और जूनियर एशिया कप की जीत के बाद हमें हमारे कारनामों को जारी रखना चाहिए। हमारा पूरा ध्यान अब जूनियर विश्व कप पर है। जूनियर विश्व कप में जीतने की उम्मीदें वास्तविक हैं। यह हमारे पिछले प्रदर्शनों पर आधारित है। हम सीनियर पुरुष हॉकी टीम के साथ भी नियमित रूप से खेलते हैं और मैच अक्सर करीब होते हैं। इसलिए, हम जानते हैं कि हमारे पास क्षमता है, हमें खुद को बेहतर बनाने और उम्मीदों पर खरा उतरने की जरूरत है।”(एजेंसी)