इस दौरान लोकप्रिय अभिनेता और गोरखपुर के सांसद रवि किशन भी मौजूद थे। बृजभूषण ने रवि और मीडिया का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा, मैं इस अवसर पर कहना चाहता हूं कि हमारे देश का कोई राष्ट्रीय खेल नहीं है और मैं कुश्ती को राष्ट्रीय खेल बनाने की मांग उठाता हूं।
उन्होंने कहा, अभी तक हम जानते थे कि हॉकी देश का राष्ट्रीय खेल है लेकिन वास्तव में देश का कोई राष्ट्रीय खेल नहीं है। हर देश का एक राष्ट्रीय खेल होता है लेकिन हमारा नहीं है। ईरान का राष्ट्रीय खेल कुश्ती है। हॉकी में भारत ने ओलंपिक स्तर पर काफी सफलताएं अर्जित की हैं लेकिन पिछले 4 दशक में भारत को हॉकी में कोई ओलंपिक पदक नहीं मिला है।
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश से लोकसभा सांसद बृजभूषण ने कहा, कुश्ती में हम पिछले तीन ओलंपिक से लगातार पदक जीतते आ रहे हैं। हम किसी खेल का विरोध नहीं करते हैं। लेकिन जो खेल लगातार ओलंपिक में कामयाबी हासिल कर रहा हो उसे राष्ट्रीय खेल बनाया जा सकता है।
बृजभूषण ने साथ ही कहा, मैं रवि से इस मामले में समर्थन की अपील करता हूं कि वह इस मुद्दे को संसद में उठाए। मैं कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष हूं इसलिए संसद में मेरा यह मांग उठाना ठीक नहीं होगा लेकिन रवि कुश्ती को राष्ट्रीय खेल बनाने की मांग उठा सकते हैं।