भारतीय मुक्केबाजी की 'आयरन लेडी' एमसी मैरीकॉम ने शनिवार को एक नया इतिहास रच दिया। मणिपुर की इस खिलाड़ी ने पाँचवीं बार विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया।
मैरीकोम ने 48 किलोग्राम वर्ग के खिताबी मुकाबले में रोमानिया की अपनी पुरानी प्रतिद्वंद्वी स्टेलूटा डूटा को पराजित कर भारतीय परचम दुनिया में लहरा दिया।
मैरीकोम की पिछले छह वर्षों में यह लगातार पाँचवीं विश्व खिताबी सफलता है। राष्ट्रमंडल खेलों की ब्रांड एम्बेसडर मैरीकॉम ने इस कामयाबी के साथ 2012 के लंदन ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के लिए अपना दावा अभी से मजबूत कर लिया है। महिला मुक्केबाजी को पहली बार ओलिंपिक में शामिल किया गया है।
मैरीकॉम ने अपने जबरदस्त पंचों और हुकों का सिलसिला जारी रखते हुए महिला विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता में भारतीय परचम लहरा दिया।
मैरीकॉम ने इस प्रतियोगिता में अपना वजन वर्ग बदला था और वे पहली बार 48 किलोग्राम वर्ग में उतरी थीं, लेकिन वजन वर्ग बदलना मैरीकॉम के रास्ते में कोई बाधा साबित नहीं हुआ और उन्होंने फिलीपींस की एलिस केट अपारी को 8-1 से पीटने के बाद डूटा को भी फाइनल में धो दिया। चार बार की विश्व चैंपियन और राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार विजेता मैरीकॉम ने अपने पिछले चार खिताब 46 किलोग्राम वर्ग में जीते थे। थे1(वार्ता)