पाकिस्तान को ट्वेंटी-20 विश्व कप फाइनल मुकाबले में भारत के खिलाफ अंतिम चार ओवर में 54 रन की जरूरत थी, लेकिन टीम इंडिया के धुरंधरों ने उन्हें ऐसी पटखनी दी, जिसका गम उन्हें वर्षों तक सालता रहेगा।
हरभजनसिंह अपने तीसरे और टीम के 17वें में गेंदबाजी करने आए तब मिसबाह उल हक स्ट्राइक पर थे और उन्होंने उन पर 3 छक्के जड़े। पहली गेंद...वाइड पहली गेंद...डॉट बॉल दूसरी गेंद...छक्का तीसरी गेंद...डॉट बॉल चौथी गेंद...डॉट बॉल पाँचवीं गेंद...छक्का छठी गेंद...छक्का
अब तीन ओवर बचे थे और पाकिस्तान को 35 रन की जरूरत थी और एस. श्रीसंथ गेंदबाजी के लिए आए पहली गेंद सोहेल तनवीर को...छह रन दूसरी गेंद सोहेल तनवीर....वॉइड दूसरी गेंद सोहेल तनवीर...लेग बाय एक रन तीसरी गेंद मिसबाह को...डॉट बॉल चौथी गेंद मिसबाह को...एक रन पाँचवीं गेंद सोहेल तनवीर...छक्का छठी गेंद सोहेल तनवीर को...आउट
पाकिस्तान के पास 2 ओवर और वह खिताब से सिर्फ 20 रन की दूरी पर खड़ा था। आरपी सिंह गेंदबाजी के लिए आए पहली गेंद मिसबाह को...एक रन दूसरी गेंद उमर गुल को...लेग बाय एक रन तीसरी गेंद मिसबाह को...डॉट बॉल चौथी गेंद उमर गुल को...लेग बाय एक रन पाँचवीं गेंद उमर गुल को...आउट छठी गेंद मोहम्मद आसिफ...चार रन
पाकिस्तान का अंतिम ओवर और उसे 13 रन की जरूरत। भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने फिर जोगिंदर शर्मा से आखिरी ओवर कराया। इससे पहले सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले में भी अंतिम ओवर जोंगिदर से कराया गया था, जिसमें उन्होंने बढ़िया प्रदर्शन किया था। पहली गेंद मिसबाह को...वाइड पहली गेंद मिसबाह को...डॉट बॉल दूसरी गेंद मिसबाह को...छक्का तीसरी गेंद मिसबाह को...आउट और खिताब भारत के नाम..........