बीसीसीआई के आगे झुके वेंगसरकर

मंगलवार, 20 नवंबर 2007 (21:15 IST)
बीसीसीआई के साथ टकराव की स्थिति में पहुँचने के बाद मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने क्रिकेट बोर्ड के निर्देशों के आगे झुकते हुए बोर्ड अध्यक्ष शरद पवार के भाई के मराठी अखबार के लिए लेख लिखना बंद कर दिया है।

'सकाल' अखबार से जुड़े सूत्र ने कहा वेंगसरकर ने अपना कालम 'कवर ड्राइव' लिखना बंद कर दिया है जो भारत द्वारा खेले जाने वाले क्रिकेट मैच से पहले संभावना के रूप में प्रकाशित हुआ करता था। वेंगसरकर का अंतिम लेख भारत और पाकिस्तान के बीच पाँचवें मैच के दिन (18 नवंबर) को प्रकाशित होना था लेकिन यह नहीं छपा।

बीसीसीआई ने वेंगसरकर और चार अन्य चयनकर्ताओं के कालम लिखने और उनकी मीडिया के साथ बात करने पर रोक लगा दी थी लेकिन मुख्य चयनकर्ता ने रोक के आदेशों की अनदेखी करते हुए सकाल में लेख लिखना जारी रखा था।

जब बीसीसीआई सचिव निरंजन शाह को इसकी जानकारी दी गई तो उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान वेंगसरकर को पत्र लिखकर उनसे रोक के आदेशों की अनेदखी करने के लिए स्पष्टीकरण माँगा।

बोर्ड ने इसके बाद चयनकर्ताओं को सात सूत्रीय निर्देश दिए थे जिसमें बताया गया था कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं। इससे नाराज वेंगसरकर और उनके कुछ साथियों ने पद छोड़ने की धमकी दी थी।

एक चयनकर्ता ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा हम नौकर नहीं है हमारे साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जा सकता। यदि हमारे कालम लिखने और बोलने पर पाबंदी लगी रही तो हममें से कुछ लोग इस्तीफा दे सकते हैं।

उन्होंने कहा कि पिछले 15 साल से कालम लिख रहे मुख्य चयनकर्ता वेंगसरकर इस आदेश से बहुत नाराज हैं और उनके दो सहयोगियों की भी ऐसी ही राय है।

चयनकर्ता ने कहा चयनकर्ताओं को ऐसा बना दिया गया है मानो वह जोकर हों। हम पर तो मीडिया से बात करने पर पाबंदी लगा दी गई है लेकिन बीसीसीआई अधिकारी गुपचुप समाचार लीक करते रहते हैं। हम अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता नहीं कर सकते।

चयनकर्ताओं ने जहाँ कड़ा रवैया अख्तियार किया है वहीं बीसीसीआई ने कहा कि वह ऐसे किसी घटनाक्रम से अवगत नहीं है। बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा इस बारे में बीसीसीआई को चयनकर्ताओं की तरफ से कोई संदेश नहीं मिला है। हमें इस बात का पता नहीं है कि उन्होंने इस्तीफा देने की धमकी दी है।

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