मुंबई। सरकार से राहत पैकेज मिलने की उम्मीद बढ़ने तथा सकारात्मक वैश्विक संकेतों के दम पर शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार पिछले 4 दिन से जारी गिरावट से उबरने में कामयाब रहे और सेंसेक्स में 1,627 अंक की तेजी दर्ज की गई। इसी तरह निफ्टी भी 482 अंक यानी 5.83 प्रतिशत की छलांग के साथ 8,745.45 अंक पर बंद हुआ।
कोरोना वायरस से फैली महामारी के कारण अर्थव्यवस्था के समक्ष आसन्न संकट से जूझने के लिए दुनियाभर की सरकारें राहत उपायों की घोषणा कर रही हैं। इससे वैश्विक बाजारों को राहत मिली है। इसके साथ ही केंद्र सरकार से राहत पैकेज की उम्मीदें बढ़ने से घरेलू बाजारों को बल मिला है। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 2,485 अंक से अधिक की उथल-पुथल के बाद अंतत: 1,627.73 अंक यानी 5.75 प्रतिशत की बढ़त लेकर 29,915.96 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान इसने 30,418.20 अंक के उच्च स्तर और 27,932.67 अंक के निचले स्तर को छुआ। इसी तरह एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) का निफ्टी भी 482 अंक यानी 5.83 प्रतिशत की छलांग के साथ 8,745.45 अंक पर बंद हुआ।
विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस संक्रमण से हो रहे आर्थिक नुकसान को कम करने के लिए वित्तीय कार्यबल गठित करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद राहत पैकेज को लेकर उम्मीदें बढ़ गई हैं। इससे घरेलू बाजार में धारणा को बल मिला।
सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 4,187.52 अंक यानी 12.27 प्रतिशत तथा निफ्टी में 1,209.75 अंक यानी 12.15 प्रतिशत की गिरावट रही। सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी में सर्वाधिक तेजी रही और इसका शेयर 18.58 प्रतिशत चढ़ गया।
इसके बाद अल्ट्राटेक सीमेंट में 13.01 प्रतिशत, हिंदुस्तान यूनिलीवर में 11.75 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 11.24 प्रतिशत, टीसीएस में 9.90 प्रतिशत, टाटा स्टील में 9.60 प्रतिशत और एशियन पेंट्स में 8.91 प्रतिशत की तेजी रही। सिर्फ एचडीएफसी बैंक और इंडसइंड बैंक के शेयर 1.39 प्रतिशत तक की गिरावट में रहे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की अगुवाई में एक कार्यबल गठित करने की गुरुवार को घोषणा की। यह कार्यबल कोरोना वायरस महामारी की स्थिति का आकलन करने के बाद निकट भविष्य में आवश्यक कदमों की घोषणा करेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कार्यबल शीघ्र ही कुछ ठोस प्रस्ताव के साथ सामने आ सकता है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि इसके लिए कच्चे तेल की कीमतें कम होने से हो रही बचत का इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अपील शुरुआत है और इसके बाद ठोस कदम उठाए जा सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, शुक्रवार को देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 195 पहुंच गई। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, वैश्विक बाजारों की सकारात्मक धारणा से समर्थन पाकर घरेलू बाजार करीब 6 प्रतिशत तक की बढ़त में रहे। यह एशियाई और यूरोपीय बाजारों की तर्ज पर रहा है। यह तकनीकी तौर पर राहत के संकेतों से आई तेजी है, परिदृश्य में बुनियादी तौर पर कोई बदलाव नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, आर्थिक नुकसान को कम करने के लिए वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा राहत के और उपाय किए जाने की उम्मीद ने वैश्विक बाजारों को बल दिया। मिडकैप और स्मॉलकैप में भी करीब 4 प्रतिशत की तेजी देखी गई। बीएसई के सभी समूहों में तेजी आई। ऊर्जा, तेल एवं गैस, सूचना प्रौद्योगिकी, एफएमसीजी, प्रौद्योगिकी, धातु और यूटिलिटी समूहों में 9.96 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गई। बीएसई का मिडकैप और स्मॉलकैप 4.18 प्रतिशत तक की बढ़त में रहा।
दुनियाभर में सरकारों द्वारा राहत पैकेज की घोषणा करने के बाद वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में धारणा में सुधार हुआ है। चीन का शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 7 प्रतिशत तक की तेजी में बंद हुआ। यूरोपीय बाजार शुरुआती कारोबार में 5 प्रतिशत तक की तेजी में चल रहे थे।
इस बीच रुपया 6 पैसे की गिरावट में चल रहा था। ब्रेंट क्रूड का वायदा 8.18 प्रतिशत चढ़कर 30.80 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। कोरोना वायरस के संक्रमण से दुनियाभर में अब तक 10 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है तथा 158 देशों में करीब 2 लाख 32 हजार लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं।