मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बेहद उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी नुकसान के साथ बंद हुए। वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच बैंक, वाहन और दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में नुकसान से बाजार नीचे आया।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 89.14 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,595.68 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह नीचे में 57,138.51 अंक और ऊंचे में 57,827.99 अंक तक गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 22.90 अंक यानी 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,222.75 अंक पर बंद हुआ।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख वीके विजय कुमार ने कहा, बाजार में अब दिशा का अभाव है। कच्चे तेल के दाम, एफपीआई निवेश प्रवाह तथा फेडरल रिजर्व के अगले कदम को लेकर अटकलों के आधार पर इसमें रोजाना उतार-चढ़ाव हो रहा है।
हेम सिक्योरिटीज के प्रमुख (पीएमएस) मोहित निगम ने कहा, वैश्विक तेल कीमतों में तेजी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा फिर से ब्याज दर बढ़ाने की आशंका के कारण उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी नुकसान में रहे।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में कोटक महिंद्रा बैंक सर्वाधिक 3.09 प्रतिशत के नुकसान में रहा। इसके अलावा टाइटन (2.63 प्रतिशत), एचडीएफसी बैंक (2.23 प्रतिशत), आईसीआईसीआई बैंक (1.94 प्रतिशत), एचडीएफसी (1.5 प्रतिशत), महिंद्रा एंड महिंद्रा (1.31 प्रतिशत), मारुति सुजकी इंडिया (1.17 प्रतिशत) नुकसान में रहे। इंडसइंड बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर लि., नेस्ले, एक्सिस बैंक और भारतीय स्टेट बैंक भी नुकसान में रहे।
दूसरी तरफ, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज का शेयर सर्वाधिक 4.9 प्रतिशत लाभ में रहा। अल्ट्राटेक सीमेंट (1.77 प्रतिशत) और टेक महिंद्रा (1.75 प्रतिशत) भी मजबूत हुए। इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी, आईटीसी, टीसीएस और एचसीएल टेक्नोलॉजीज लि. भी लाभ में रहने वाले शेयरों में शामिल हैं।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, बाजार में तेजी का अभाव रहा और यह मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। शुरुआती गिरावट के बाद बाजार सीमित दायरे में रहा। उन्होंने कहा, अब सबकी निगाह नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) शिखर सम्मेलन पर है।
इससे बाजार को लंबे समय से जारी रूस-यूक्रेन तनाव को लेकर एक दिशा मिल सकती है। जो भी संकेतक हैं, वे सूचकांक में मजबूती के हैं। हालांकि बैंक शेयरों के बेहतर प्रदर्शन के अभाव में धारणा प्रभावित हो रही है। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कंपोजिट नुकसान में रहे, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहा।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.30 प्रतिशत उछलकर 122 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुद्ध लिवाल बने हुए हैं और उन्होंने बुधवार को 481.33 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे।(भाषा)