वैश्विक संकेतों से सेंसेक्स 461 अंक लुढ़का

गुरुवार, 28 अप्रैल 2016 (18:40 IST)
मुंबई। कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच मौसिक सौदा निपटान के दौरान गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली देखी गई और सेंसेक्स 461 अंक फिसलकर 25603 अंक पर तथा निफ्टी 133 अंक की गिरावट के साथ 7847 अंक पर आ गया।
वैश्विक स्तर पर भारतीय समयानुसार बुधवार रात अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा जारी की जबकि गुरुवार सुबह बैंक ऑफ जापान की मौद्रिक नीति पर बैठक संपन्न हुई। फेड ने फिलहाल ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया, लेकिन जून में इसमें बढ़ोतरी का विकल्प खुला रखा है। साथ ही बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दरों को शून्य से 0.10 प्रतिशत नीचे स्थिर रखकर बाजार को चौंका दिया। उम्मीद लगाई जा रही थी कि वे इसमें और कटौती कर सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 
 
इन दो कारकों का मिश्रित असर बाजार पर देखा गया। लगभग सभी प्रमुख विदेशी बाजार लाल निशान में रहे। इसके दबाव में बीएसई के 30 शेयरों वाले सेंसेक्स की 27 कंपनियों के शेयर लुढ़क गए जबकि सिर्फ टीसीएस एक्सिस बैंक और ल्युपिन ही बढ़त के साथ बंद हुए। सबसे ज्यादा 3.21 प्रतिशत की गिरावट एचडीएफसी में रही। इसके बाद आईटीसी और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर भी तीन फीसदी लुढ़क गए। बीएसई के सभी 20 समूह गिरावट में रहे।
 
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी की 51 में से 42 कंपनियों में बिकवाली का जोर रहा। सेंसेक्स 14.16 अंक की बढ़त में 26078.28 अंक पर खुला। शुरुआती कारोबार में ही यह 26100.54 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तक भी पहुंचा, लेकिन वैश्विक दबाव में इसके बाद बिकवाली शुरू हो गई और पूरे दिन बाजार इससे नहीं उबर सका। गिरावट लगातार बढ़ती गई। कारोबार की समाप्ति से कुछ मिनट पहले 25561.17 अंक के दिवस के निचले स्तर तक लुढ़कने के बाद यह अंतत: गत दिवस की तुलना में 1.77 प्रतिशत अर्थात् 461.02 अंक लुढ़ककर 12 अप्रैल के बाद के निचले स्तर 25603.10 अंक पर रहा। यह 5 अप्रैल के बाद सेंसेक्स की सबसे बड़ी गिरावट है।
 
निफ्टी पर आरंभ से ही दबाव रहा। यह बुधवार के बंद भाव की तुलना में 12.50 अंक फिसलकर 7967.40 अंक पर खुला। कुछ देर के लिए हरे निशान में भी लौटा और 7992 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर को छुआ। लेकिन, इसके बाद यहां भी बिकवाली शुरू हो गई। बाजार बंद होने से 7834.45 अंक के दिवस के न्यूनतम स्तर को छूता हुआ यह गत दिवस की तुलना में 1.66 फीसदी यानी 132.65 अंक टूटकर 7847.25 अंक पर रहा। 
 
मझौली तथा छोटी कंपनियों पर अपेक्षाकृत कम दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 0.78 प्रतिशत तथा स्मॉलकैप 1.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ क्रमश: 11018.47 अंक पर तथा 11025.93 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई में कुल 2696 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1696 गिरावट में तथा 835 बढ़त में रहे जबकि 165 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
 
विदेशी बाजारों में ब्रिटेन का एफटीएसई शुरुआती कारोबार में 0.91 प्रतिशत लुढ़क गया। जापान का निक्की 3.61 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.72 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.25 प्रतिशत गिर गया। हालांकि हांगकांग के हैंगसेंग में 0.12 फीसदी की तेजी रही।
 
बीएसई के समूहों में तेल एवं गैस सर्वाधिक 2.18 प्रतिशत फिसला। धातु समूह में 2.16, एनर्जी में 2.11, पावर में 2.01, ऑटो में 1.99, यूटिलिटीज में 1.96, एफएमसीजी में 1.95, पीएसयू में 1.90, रियलिटी में 1.68, इंडस्ट्रियल्स में 1.58, कैपिटल गुड्स 1.49, आईटी में 1.42, सीडीजीएंडएस में 1.35, फाइनेंस में 1.31, बेसिक मेटिरियल्स में 1.28 तथा टेक में 1.23 प्रतिशत की गिरावट रही। इसके अलावा अन्य समूहों में भी गिरावट दर्ज की गई।
 
सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी के शेयर सबसे ज्यादा 3.21 प्रतिशत फिसल गए। आईटीसी 3.00, महिंद्रा एंड महिंद्रा 2.99, मारुति सुजुकी 2.94, गेल 2.52, टाटा स्टील 2.50, एनटीपीसी 2.45, बजाज ऑटो और भेल दोनों 2.38, इंफोसिस 2.30, अदानी पोर्ट्स 2.22, भारतीय स्टेट बैंक 2.21, रिलायंस इंडस्ट्रीज 2.19, सिप्ला 2.13, ओएनजीसी 2.12, हीरो मोटोकॉर्प 1.93, आईसीआईसीआई बैंक 1.90, हिंदुस्तान यूनिलिवर 1.84, टाटा मोटर्स 1.84, कोल इंडिया 1.75, डॉ. रेड्डीज लैब, एलएंडटी और सन फार्मा तीनों 1.39, विप्रो 1.31, एशियन पेंट्स 1.14, एचडीएफसी बैंक 0.87 तथा भारती एयरटेल 0.23 प्रतिशत की गिरावट में बंद हुए।
 
मुनाफा कमाने वालों में टीसीएस (0.85 प्रतिशत), एक्सिस बैंक (0.59 प्रतिशत) तथा टीसीएस (0.85 प्रतिशत) शामिल रहीं। (वार्ता)
 

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