बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 45.97 अंक अर्थात 0.17 प्रतिशत बढ़कर 26,713.93 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 19.85 अंक यानी 0.24 फीसदी बढ़त के साथ 8,179.95 अंक पर बंद हुआ।
आर्थिक गतिविधियों को गति देने एवं सरल कारोबारी माहौल बनाने की मोदी सरकार की कोशिशों के बल पर वर्ष 2015-16 में देश की विकास दर 7.6 प्रतिशत पर पहुंच गई जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष में यह 7.2 फीसदी रही थी। इसके अलावा मई में देश के विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन लगातार 5वें महीने बढ़ा है। इससे निवेश धारणा मजबूत हुई और बाजार मंगलवार की मुनाफावसूली के दबाव से उबरने में कामयाब रहा।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 16.5 अंक बढ़कर 26,684.46 अंक पर खुला और लिवाली के बल पर दोपहर से पहले 26,857.25 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, हालांकि ऊंचे भाव में मुनाफा वसूली होने से आखिरी कारोबारी घंटे में यह 26,671.86 अंक के निचले स्तर पर आ गया। अंत में संभलते हुए पिछले दिवस के 26,667.96 अंक की तुलना में 45.97 अंक बढ़कर 26,713.93 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी भी 19.1 अंक की बढ़त के साथ 8,179.20 अंक पर खुला। लिवाली की बदौलत दोपहर से पहले 8,215.35 अंक के उच्चतम स्तर को छुआ। मुनाफा वसूली के दबाव में अंतिम कारोबारी घंटे में यह 8,171.05 अंक के न्यूनतम स्तर पर रहा।
अंत में पिछले दिवस के 8,160.10 अंक के मुकाबले 19.85 अंक ऊपर 8,179.95 अंक पर रहा। बीएसई का मिडकैप 0.30 फीसदी उतरकर 11,332.32 अंक रह गया जबकि स्मॉलकैप 0.18 फीसदी चढ़कर 11,162.99 अंक पर रहा।
इस दौरान बीएसई के 6 समूहों में तेजी जबकि शेष 14 पर मुनाफा वसूली का दबाव रहा। दूरसंचार समूह के शेयरों में सर्वाधिक 2.83 फीसदी की बढ़त रही जबकि बैंकिंग समूह में सबसे अधिक 1.19 फीसदी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई में कुल 2,792 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1,321 बढ़त और 1,313 गिरावट पर रहे जबकि 158 के भाव स्थिर रहे। (वार्ता)