5 में से 4 दिन खुश रहे निवेशक, क्या होगा चीन पर ट्रंप टैरिफ का शेयर बाजार पर असर

नृपेंद्र गुप्ता

शनिवार, 11 अक्टूबर 2025 (15:57 IST)
Share market review Market ki Baat : अमेरिका में शटडाउन, आईपीओ को जबरदस्त प्रतिसाद और डीआईआई के समर्थन से भारतीय शेयर बाजार के लिए यह हफ्ता अच्छा रहा। सेंसेक्स और निफ्टी 5 में से 4 दिन हरे निशाने में बंद हुए। सेंसेक्स 1294 अंक बढ़ तो निफ्टी 392 अंक बढ़ा। हालांकि बाजार अभी भी अनिश्चितताओं की चपेट में है। अगले हफ्ते चीन पर ट्रंप टैरिफ का शेयर बाजार पर असर दिख सकता है। जानिए मार्केट ट्रेड और निवेशकों के लिए कैसा रहेगा अगला सप्ताह। ALSO READ: क्यों बढ़ रहे हैं सोने चांदी के दाम, डिमांड और सप्लाय में भारी अंतर, क्या है इसका रूस और चीन से कनेक्शन
 
कैसी रही सेंसेक्स और निफ्टी की चाल : 6 अक्टूबर को हफ्ते के पहले दिन सेंसेक्स 583 अंक बढ़कर 81,790 अंक पर बंद हुआ जबकि निफ्टी भी 183 अंक बढ़कर 25,078 अंक पर जा पहुंचा। 7 अक्टूबर को सेंसेक्स 137 अंक बढ़कर 81927 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 31 अंकों बढ़त के साथ 25,108 पर बंद हुआ।
 
8 अक्टूबर को शेयर बाजार में मुनाफा वसूली की वजह से सेंसेक्स में 153 अंक की गिरावट आई। इस दिन निफ्टी भी 62 अंक गिर गया। 9 अक्टूबर को शेयर बाजार में निवेशकों ने एक बार फिर जमकर लिवाली की। सेंसेक्स 398 अंक बढ़कर 82,000 के पार पहुंच गया। निफ्टी भी 136 अंक की बढ़ के साथ 25,182 पर जा पहुंचा। हफ्ते के आखिरी दिन 10 अक्टूबर को सेंसेक्स 82,500 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी ने भी 25,285 के सकारात्मक स्तर को छू लिया।
 
इन फैक्टर्स से तय हुई बाजार की चाल : आईटी शेयरों में खरीदारी और वित्तीय शेयरों में किफायती खरीदारी से शेयर बाजार में हफ्ते की शुरुआत जबरदस्त रही। टाटा कैपट्लस और एलजी इलेक्ट्रानिक्स जैसे बड़े आईपीओ को भी जबरदस्त प्रतिसाद मिला। हफ्‍ते के अंतिम दिन कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और विदेशी निवेशकों की खरीदी से बाजार को सपोर्ट मिला। फॉर्मा और बैंकिंग सेक्टर में जोरदार खरीदी। इस हफ्ते विदेशी निवेशकों ने बाजार से पूंजी निकाली लेकिन घरेलू निवेशकों के समर्थन से भारतीय शेयर बाजारों में मजबूती दिखी। भारतीय मौद्रिक नीति ने इस हफ्ते भी बाजार को सकारात्मक सेंटिमेंट दिया।
 
क्या कहते हैं एक्सपर्ट : शेयर बाजार विशेषज्ञ सागर अग्रवाल ने कहा कि पिछला हफ्ता भारतीय शेयर बाजार के लिए उतार चढ़ाव भरा रहा। बिहार में चुनाव की घोषणा हो गई। बड़ा राज्य होने की वजह से बाजार पर इसकी नजर रहेगी। सोने चांदी में अच्छे रिटर्न की वजह से लोगों का रुझान फिलहाल शेयर बाजार में कम हैं। लोग इक्विटी की बजाए इन 2 धातुओं में निवेश करना पसंद कर रहे हैं। ट्रंप द्वारा चीन पर 100 फीसदी टैरिफ से अमेरिकी बाजार धड़ाम हो गया। भारतीय शेयर बाजार पर भी इसका असर दिखाई देगा। इजराइल और हमास में सीजफायर का पहला चरण लागू होना इस हफ्ते कही सबसे सकारात्मक खबर कही जा सकती है।
 
कैसा रहेगा अगला हफ्ता : अमेरिका सरकार के शटडाउन ने वैश्विक स्तर पर जोखिम की भावना को बढ़ाया है। इस वजह से निवेशक सतर्क नजर आ रहे हैं। अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ ने भी वैश्विक स्तर पर चिंता को बढ़ाया है। कहा जा रहा है कि आने वाले समय में ट्रंप भारत पर भी टैरिफ लगा सकते हैं। एफआईआई का रूख भी बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। हालांकि भारतीय बाजार में सेंटिमेंट्स मजबूत नजर आ रहे हैं। बड़े शेयरों में समर्थन से यहां अगले हफ्ते भी कुछ तेजी रह सकती है। हालांकि फिलहाल सेंसेक्स और निफ्टी पर अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं। 
 
कैसा मिला 2 बड़े आईपीओ को प्रतिसाद : शेयर बाजार में इस हफ्ते टाटा कैपिटल और एलजी इलेक्ट्रानिक्स जैसे बड़े आईपीओ आए। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया लिमिटेड के 11,607 करोड़ रुपए के आईपीओ को निवेशकों ने हाथोंहाथ लिया। यह आईपीओ कुल 54.02 गुना सब्सक्राइब हुआ और इसे 4.39 लाख करोड़ रुपए के बिड्स मिले। इस साल के तीसरा बड़ा आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 345-350 रुपए चल रहा है। यह अपर प्राइस बैंड 1,140 रुपए प्रति शेयर से ऊपर है। शेयर की लिस्टिंग लगभग 1490 रुपए के आसपास हो सकती है।
 
टाटा कैपिटल के आईपीओ को भी निवेशकों ने अच्छा प्रतिसाद दिया और 15500 करोड़ का यह आईपीओ पूरी तरह सब्सक्राइब हुआ। 2025 के दूसरे सबसे बड़े आईपीओ को कंपनी को पेशकश पर रखे गए 33.34 करोड़ शेयरों के मुकाबले 33.48 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। इस आईपीओ में योग्य संस्थागत निवेशकों (QIBs)ने सर्वाधिक 1.19 गुना बोली लगाई है। गैर-संस्थागत निवेशकों ने 1.11 गुना और रिटेल निवेशकों ने 0.84 गुना बोली लगाई। इसका कर्मचारी कोटा 2.33 गुना भरा है। 13 अक्टूबर को दोनों की शेयर बाजार में लिस्टिंग पर सभी की नजरें हैं। 
 
अस्वीकरण : यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। यह कोई निवेश सलाह नहीं है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।

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