क्यों नहीं रोकनी चाहिए SIP?
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औसत लागत कम होती है: जब आप नियमित रूप से SIP करते हैं, तो आप बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान अलग-अलग कीमतों पर यूनिट खरीदते हैं। इस तरह आपकी औसत लागत कम हो जाती है।
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लंबी अवधि का फायदा: SIP का असली फायदा लंबी अवधि में मिलता है। बाजार में गिरावट आने पर धैर्य रखें, क्योंकि बाजार हमेशा ऊपर जाता है।
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रूपये का जादू: छोटी-छोटी राशि से भी आप बड़ा धन जुटा सकते हैं। SIP के माध्यम से आप नियमित रूप से निवेश करके अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।
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अनुशासन सिखाता है: SIP आपको अनुशासित बनाता है। हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करने से आप बचत करने की आदत डाल लेते हैं।
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अधिक यूनिट खरीदने का मौका: जब बाजार गिरता है तो आपको कम कीमत पर अधिक यूनिट खरीदने का मौका मिलता है।
SIP में होने वाली आम गलतियाँ
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बिना रिसर्च के निवेश: SIP शुरू करने से पहले फंड के बारे में अच्छी तरह से रिसर्च करें।
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बीच में SIP रोक देना: SIP को बीच में रोकने से आपका निवेश लक्ष्य पूरा नहीं हो पाएगा।
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बहुत बड़ी राशि का निवेश: अपनी आय के अनुसार ही SIP की राशि तय करें।
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बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित होना: बाजार में अस्थायी उतार-चढ़ाव को देखकर SIP में तुरंत-तुरंत बदलाव न करें।
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डायवर्सिफिकेशन की कमी: सारे पैसे एक ही फंड में निवेश न करें।
SIP को कैसे बनाएं और अधिकतम लाभ उठाएं
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कितनी अवधि के लिए करें निवेश: SIP को कम से कम 5-7 साल के लिए जारी रखें।
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नियमित रूप से निवेश करें: हर महीने एक निश्चित राशि का निवेश करें।
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विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो बनाएं: विभिन्न प्रकार के फंड में निवेश करें।
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नियमित रूप से समीक्षा करें: समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें और जरूरत पड़ने पर बदलाव करें।
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एक वित्तीय सलाहकार लें: यदि आपको निवेश करने में परेशानी हो रही है तो एक वित्तीय सलाहकार से मदद लें।
SIP लंबी अवधि के लिए निवेश का एक बेहतरीन तरीका है। बाजार में गिरावट आने पर भी आपको घबराने की जरूरत नहीं है। बस धैर्य रखें और अपने निवेश को जारी रखें।