क्यों याद आई गोलगप्पों के आईपीओ की कहानी : जसपाल भट्टी ने 1994 में शो 'उल्टा-पुल्टा' अपने एक एपिसोड में एक कंपनी के शेयर के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की पूरी प्रक्रिया पर व्यंग्य किया था। यह वह समय था जब कई बेईमान प्रमोटर आईपीओ लॉन्च कर रहे थे, निवेशकों से पैसा इकट्ठा कर रहे थे और गायब हो रहे थे।40 साल पहले श्री जसपाल भट्टी का स्टार्ट अप और मार्केट कैप बढ़ाने के लिए दिया गया मंत्र सबसे असरदार है। आज भी कई कंपनी इसी फार्मूला पर चल रही है
— Narendra Nath Mishra (@iamnarendranath) August 26, 2024
pic.twitter.com/4zOCpouBUX