बाजार ने लगाई छलांग, पांच माह से अधिक के उच्चतम स्तर पर
मंगलवार, 10 जुलाई 2018 (16:47 IST)
मुंबई। अधिकांश एशियाई बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के बीच ऊर्जा, रिएल्टी सहित अधिकतर समूहों में हुई बेजोड़ लिवाली से बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 304.90 अंक की तेज छलांग लगाकर पांच माह से अधिक के उच्चतम स्तर 36,239.62 अंक पर पहुंच गया। निफ्टी भी 94.35 अंक की बढ़त में 10,947.25 अंक पर पहुंच गया।
घरेलू निवेशकों की मजबूत धारणा से शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा और सेंसेक्स बढ़त में 36,000 के अंक के पार 36,068.27 अंक पर खुला। पूरे कारोबार के दौरान इसमें तेजी बनी रही। विश्लेषकों की राय में वैश्विक स्तर पर कई कारक निवेशकों को हतोत्साहित करने वाले हैं, लेकिन उन्हें चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में कंपनियों के बेहतर परिणाम की उम्मीद है।
इसी वजह से लिवाली हावी रही है। घरेलू निवेशकों को भी उम्मीद है कि जून की समाप्त तिमाही में कंपनियों का प्रदर्शन अच्छा रहेगा। किफायती आवास की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना से निर्माण क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों में तेजी रहने का अनुमान है और टैरिफ को लेकर जारी युद्ध के कारण स्टील और अन्य क्षेत्रों में उत्पाद की कीमत बढ़ने की संभावना है।
सेंसेक्स कारोबार के दौरान 36,274.33 अंक के उच्चतम और 36,019.63 अंक के निचले स्तर से होता हुआ गत दिवस की तुलना में 0.85 प्रतिशत की तेजी में 36,239.62 अंक पर बंद हुआ। यह एक फरवरी के बाद का इसका उच्चतम स्तर है। सेंसेक्स की 20 कंपनियां तेजी में और 10 गिरावट में रहीं। निफ्टी भी तेजी के साथ 10,902.75 अंक पर खुला।
कारोबार के दौरान यह 10,956.90 अंक के दिवस के उच्चतम और 10,876.65 अंक के दिवस के निचले स्तर से होता हुआ गत दिवस की तुलना में 0.87 प्रतिशत की तेजी में 10,947.25 अंक पर बंद हुआ। यह इसका भी फरवरी के बाद का उच्चतम स्तर है। निफ्टी की 33 कंपनियों में तेजी और 17 में गिरावट रही। दिग्गज कंपनियों की अपेक्षा छोटी और मझोली कंपनियों का प्रदर्शन अधिक अच्छा रहा।
बीएसई का मिडकैप 1.01 प्रतिशत यानी 156.69 अंक की तेजी में 15,737.77 अंक पर और स्मॉलकैप 1.04 प्रतिशत यानी 169.64 अंक की तेजी में 16483.58 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 2,776 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें 1,676 में तेजी, 962 में गिरावट और शेष 138 कंपनियों के शेयरों के कीमतें अपरिवर्तित रहीं। (वार्ता)