swami vivekanand quotes : विवेकानंद जी के 10 अनमोल विचार

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swami vivekanand quotes : यहां पढ़ें भारत के महान आध्यात्मिक गुरु एवं समाज सुधारक एवं स्वामी रामकृष्ण परमहंस के प्रिय शिष्य स्वामी विवेकानंद के 10 अनमोल विचार। विवेकानंद एक ऐसे संत जिनके शरीर का हर कण राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत था। वे राष्ट्र के दीन-हीन लोगों की सेवा को ही ईश्वर की सच्ची पूजा मानते थे। उन्होंने ऐसे कई अनमोल वचन कहें हैं, जो आपके जीवन की सोच बदलकर जीने तरीका बदल सकते हैं। आइए यहां पढ़ें- 
 
विवेकानंद जी के अनमोल वचन : 
 
1. उठो मेरे शेरों, इस भ्रम को मिटा दो कि तुम निर्बल हो, तुम एक अमर आत्मा हो, स्वच्छंद जीव हो, धन्य हो, सनातन हो, तुम तत्व नहीं हो, न ही शरीर हो, तत्व तुम्हारा सेवक है, तुम तत्व के सेवक नहीं हों।
 
2. शक्ति जीवन है तो निर्बलता मृत्यु हैं। विस्तार जीवन है और संकुचन मृत्यु हैं। प्रेम जीवन है तो द्वेष मृत्यु हैं।
 
3. किसी की निंदा न करें। कभी मत सोचिए कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है। ऐसा सोचना सबसे बड़ा विधर्म है। अगर कोई पाप है, तो वो यही है; ये कहना कि 'तुम निर्बल हो या अन्य निर्बल हैं।
 
4. उठो, जागो और तब तक नहीं रुको, जब तक कि लक्ष्य न प्राप्त हो जाए।
 
5. अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो जरूर बढ़ाएं। अगर नहीं बढ़ा सकते हैं, तो अपने हाथ जोड़िए, अपने भाइयों को आशीर्वाद दीजिए और उन्हें उनके मार्ग पर जाने दीजिए। 
 
स्वामी विवेकानंद के अमूल्य कोट्‍स
 
6. स्वामी विवेकानंद के अनुसार खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।
 
7.  सत्य को हजार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा।
 
8. जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिए, नहीं तो लोगों का विश्वास उठ जाता है।
 
9. जिस दिन आपके सामने कोई समस्या न आए, आप यकीन कर सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर सफर कर रहे हैं।
 
10. जीवन का रास्ता बना बनाया नहीं मिलता, इसे स्वयं को बनाना पड़ता है। जिसने जैसा मार्ग बनाया, उसे वैसी ही मंजिल मिलती है।

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