टी-20 विश्वकप जैसे टूर्नामेंट में विराट कोहली ने जो अंतिम ग्यारह खिलाई उस से क्रिकेट विशेषज्ञ से लेकर फैंस तक खफा हैं। कुछ का तो यह भी आरोप है कि विराट कोहली ने हार्दिक पांड्या को बस मौका देते गए उनकी जगह प्लेइंग 11 में बनती ही नहीं है।
विराट कोहली ने तो यहां तक कह दिया था कि सिर्फ 2 ओवरों के लिए हार्दिक पांड् या जैसे फिनिशर को ड्रॉप नहीं किया जाएगा। लेकिन जब तक हार्दिक पांड्या ने गेंदबाजी शुरु की तब तक टीम इंडिया ही फिनिश हो चुकी थी।
उल्टा विराट कोहली खुद नेट्स में गेंदबाजी कर रहे थे ताकि हार्दिक पांड्या अगर गेंदबाजी करने लायक नहीं रहे तो उनकी जगह वह खुद 2 ओवर निकाल सकें। लेकिन विराट कोहली को यह कौन समझाए कि टी-20 में तो एक गेंद मैच का नतीजा तय कर देती है 2 ओवर तो बहुत बड़ा पैमाना है।
पाकिस्तान के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए हार्दिक पांड्या को चोट लग गई थी लेकिन स्कैन में कुछ खास नहीं आया इस कारण उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ खिलाया गया। ऐसे में हार्दिक पांड्या का फॉर्म ही नहीं फिटनेस भी सवालों के घेर में थी।
ऐसे में विराट कोहली के मैदान पर की गई गलतियों से ज्यादा मैदान के बाहर ड्रेसिंग रूम में लिए गए निर्णय टीम इंडिया पर भारी पड़े। (वेबदुनिया डेस्क)