शारजाह। सुपर 12 में जगह बना चुकी श्रीलंकाई टीम के पास शुक्रवार को नीदरलैंड्स के खिलाफ टी-20 विश्व कप ग्रुप 'ए' के आखिरी लीग मैच में अपनी शीर्षक्रम की बल्लेबाजी में सुधार का आखिरी मौका होगा।
पूर्व चैम्पियन श्रीलंका ने नामीबिया और आयरलैंड को आसानी से हराकर सुपर 12 में जगह बना ली लेकिन कुसल परेरा और दिनेश चांदीमल का खराब फॉर्म टीम के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। दोनों 2 मैचों में 11-11 रन ही बना सके। अब सुपर 12 में मजबूत टीमों के खिलाफ इस तरह के प्रदर्शन से दाल नहीं गलने वाली। अब श्रीलंका पर क्वालीफिकेशन का दबाव नहीं है तो उसके बल्लेबाजों के पास खुलकर खेलने का मौका होगा।
तेज गेंदबाज चमिका करुणारत्ने और दुष्मंत चामीरा ने अनुशासित गेंदबाजी की है जबकि स्पिनर वानिंदु हसरंगा भी फॉर्म में हैं। उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों के जौहर दिखाते हुए आयरलैंड के खिलाफ 71 रन बनाए। ऑफ स्पिनर महीष थीकशाना के साथ वे फिरकी के जौहर दिखाने को बेताब होंगे।
अविष्का फर्नांडो ने चौथे नंबर पर अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन उन्हें प्रदर्शन में निरंतरता लानी होगी। भानुका राजपक्षा को साबित करना होगा कि वह सही मायने में मैच विनर हैं। दूसरी ओर न्यूजीलैंड के पास यह किसी शीर्ष टीम के खिलाफ अनुभव हासिल करने का मौका है। अभी तक वह अपना शीर्ष प्रदर्शन नहीं कर सके हैं।
गेंदबाजों की अनुभवहीनता का खामियाजा उसे नामीबिया के खिलाफ भुगतना पड़ा, जब डेविड वीसे ने अकेले दम पर मैच उनसे छीन लिया। बल्लेबाजों में सलामी बल्लेबाज मैक्स ओडाउड को छोड़कर कोई प्रभावित नहीं कर सका है। रियान टेन डोइशे का खराब फॉर्म टीम को खल रहा है।