एडीलेड। बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज नुरुल हसन ने भारत के चैंपियन बल्लेबाज विराट कोहली पर 'फर्जी फील्डिंग' का आरोप लगाया है जिस मैदानी अंपायरों ने नहीं देखा और उनकी टीम को टी20 विश्व कप के अहम मुकाबले में 5 संभावित पेनल्टी रनों से महरुम रहना पड़ा। 1 छक्का और 1 चौका जड़कर बांग्लादेश को मैच में बनाए रखने वाले नुरुल ने मैदानी अंपायरों की आलोचना की है।
बारिश के कारण जीत के लिए 16 ओवरों में 151 रन के संशोधित लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश टीम 5 रन से हार गई। कप्तान शाकिब अल हसन ने हार को स्वीकार किया लेकिन आखिरी ओवर में अर्शदीप सिंह को 1 छक्का और 1 चौका जड़कर बांग्लादेश को मैच में बनाए रखने वाले नुरुल ने मैदानी अंपायरों की आलोचना की।
उन्होंने मिश्रित जोन में बंगाली में कहा कि आउटफील्ड गीली होने से काफी फर्क पड़ा। एक फर्जी थ्रो भी था जिससे हमें 5 रन मिलने चाहिए थे लेकिन मिले नहीं। नुरुल 7वें ओवर की घटना का जिक्र कर रहे थे। वीडियो रिकॉर्डिंग में दिखाया गया कि अर्शदीप ने डीप से गेंद फेंकी और नुरुल का कहना है कि प्वॉइंट पर खड़े कोहली ने उसे पकड़कर रिले थ्रो से दूसरे छोर पर फेंकने का एक्शन किया।
दोनों बल्लेबाजों लिटन दास और नजमुल हुसैन शांतो ने कोहली की तरफ देखा भी नहीं जिससे नुरुल के इस तर्क पर सवाल उठते हैं। आईसीसी की खेलने की शर्तों के नियम 41.5 के अनुसार फील्डिंग करने वाली टीम बल्लेबाज को जान-बूझकर बाधा नहीं पहुंचा सकती या उसका ध्यान नहीं भटका सकती।
अगर अंपायर को ऐसा लगता है कि किसी खिलाड़ी ने नियम तोड़ा है तो वह डैड बॉल घोषित करके पेनल्टी के 5 रन दे सकते हैं। चूंकि शांतो और लिटन ने कोहली की तरफ देखा भी नहीं तो उनका ध्यान भटकने का सवाल ही नहीं उठता। ऐसी संभावना है कि मैच अधिकारियों की आलोचना के कारण नुरुल को सजा मिल जाए।(भाषा)