दक्षिण अफ्रीका के विश्व स्तरीय बल्लेबाज बुधवार को यहां टी20 विश्व कप के अपने शुरुआती सुपर आठ मैच में आत्मविश्वास से भरे अमेरिका के खिलाफ अपनी ताकत दिखाने उतरेंगे तो टीम के पास गलती करने की कोई गुंजाइश नहीं होगी।
दक्षिण अफ्रीका की टीम अब तक टूर्नामेंट में अजेय रही है और उसके गेंदबाजों ने सभी चार मैच में शानदार प्रदर्शन किया है।न्यूयॉर्क के चुनौतीपूर्ण विकेट पर तीन मैच और किंग्सटाउन में एक मैच खेलते हुए दक्षिण अफ्रीका ने एक बार भी 120 रन के आंकड़े को पार नहीं किया है।
हालांकि उनका बल्लेबाजी प्रदर्शन उस टीम की छवि पेश नहीं करता जिसमें क्विंटन डिकॉक, हेनरिक क्लासेन, ट्रिस्टन स्टब्स और डेविड मिलर जैसे कुछ बड़े हिटर हैं। लेकिन फिर भी डिकॉक, रीजा हेंड्रिक्स और कप्तान एडेन मार्कराम की मौजूदगी वाले शीर्ष क्रम पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा।
दक्षिण अफ्रीका अपने पिछले मैच में नेपाल के खिलाफ सिर्फ एक रन से जीता था और गत चैंपियन इंग्लैंड तथा मेजबान वेस्टइंडीज की मौजूदगी वाले ग्रुप दो में होने के कारण वह अमेरिका को हल्के में नहीं ले सकता। टीम सुपर आठ चरण में अपने अभियान की शुरुआत जीत के साथ करना चाहेगी।
विश्व कप से पहले दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी चिंता एनरिच नोर्किया की खराब फॉर्म थी लेकिन इस स्टार तेज गेंदबाज ने ग्रुप चरण में शानदार प्रदर्शन किया और अभी नौ विकेट लेकर टूर्नामेंट में संयुक्त रूप से दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं।नोर्किया ने अपने साथी तेज गेंदबाज ओटनील बार्टमैन के साथ मजबूत जोड़ी बनाई है जबकि मार्को यानसेन और कागिसो रबादा भी अमेरिका के अनुभवहीन बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए तैयार होंगे।
Saurabh Netravalkar
सह मेजबान अमेरिका की टीम में 8 भारतीय, 2 पाकिस्तानी, 1 वेस्टइंडीज, 1 न्यूजीलैंड, 1 दक्षिण अफ्रीकी और 1 नीदरलैंड का खिलाड़ी शामिल है और टीम टूर्नामेंट में पदार्पण करते हुए सुपर आठ में जगह बनाकर उत्साह से लबरेज हैं। टीम ने आक्रामक क्रिकेट खेला है।
अमेरिका की नजरें कप्तान मोनांक पटेल की फिटनेस पर होगी जो भारत के खिलाफ मैच में नहीं खेल पाए थे और हल्की चोट के कारण आयरलैंड के खिलाफ भी उन्हें नहीं खेलना था।लीग चरण में पूर्व चैंपियन पाकिस्तान को हराने के बाद अमेरिका एक और उलटफेर करने के लिए तैयार होगा। हालांकि यह आसान नहीं होगा लेकिन अमेरिका की टीम चुनौती के लिए तैयार होगी।(भाषा)