काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान का कहर बढ़ता ही जा रहा है। यहां अभी भी भारत, अमेरिका समेत कई देशों के लोग फंसे हुए हैं। इस बीच रेस्क्यु के लिए अफगानिस्तान पहुंचे यूक्रेन के विमान को कुछ हथियार बंद लोगों ने हाईजैक कर लिया। अफगानिस्तान संकट से जुड़ी हर जानकारी...
03:02 PM, 24th Aug
सभी को काबुल से नहीं निकाल पाएंगे: ब्रिटेन
ब्रिटेन ने कहा है कि उसने हाल के दिनों में काबुल से 8,600 अमेरिकी और अफगान नागरिकों को निकाला है, जिनमें से 2,000 लोगों को पिछले 24 घंटों में निकाला गया।
लेकिन रक्षा सचिव बेन वालेस ने माना कि 31 अगस्त को अमेरिकी नेतृत्व वाला मिशन समाप्त होने से पहले 'हम सभी को देश से बाहर नहीं निकाल पाएंगे।'
ब्रिटेन सहित अमेरिका के अन्य सहयोगी देश अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पर अफगानिस्तान से लोगों को निकालने की समयसीमा बढ़ाने का दबाव डाल रहे हैं। लेकिन वालेस ने स्काई न्यूज को बताया कि इस बात की संभावना नहीं है कि बाइडन इसपर सहमति जताएंगे।
02:32 PM, 24th Aug
-अफगानिस्तान में फंसे यूक्रेन के लोगों के रेस्क्यू के लिए यूक्रेन का विमान हाईजैक हो गया। यूक्रेन के डिप्टी विदेश मंत्री येवगेनी येनिन ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
-ये विमान यूक्रेनी नागरिकों को बाहर निकालने के लिए अफगानिस्तान पहुंचा था। दावा किया जा रहा है कि विमान को अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा हाईजैक कर ईरान ले जाया गया है।
02:30 PM, 24th Aug
02:28 PM, 24th Aug
-भारत ने मंगलवार को दुशांबे से 78 लोगों को वापस लाया गया जिनमें 25 भारतीय नागरिक तथा कई अफगान सिख और हिंदू शामिल। एक दिन पहले उन्हें भारतीय वायु सेना के सैन्य परिवहन विमान से काबुल से दुशांबे पहुंचाया गया।
-एयर इंडिया की फ्लाइट के जरिये दुशांबे से दिल्ली लाए गए लोगों के साथ गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां भी। केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और वी मुरलीधरन ने सिखों के धर्मग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब की प्रतियों को आदरपूर्वक ग्रहण किया।
-गौरतलब है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों ने वहां से अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए अभियान चलाया है।
02:26 PM, 24th Aug
-अफगानिस्तान संकट पर विचार-विमर्श के लिए जी-7 देशों की आपात बैठक से पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि तालिबान को उसके शब्दों से नहीं बल्कि उसके कर्मों से जांचा जाएगा।
-ऑनलाइन आयोजित की जा रही इस बैठक की अध्यक्षता ब्रिटेन कर रहा है।
-इस बैठक में जॉनसन जी-7 देशों कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका के नेताओं को अफगानिस्तान के लोगों के साथ खड़े रहने और शरणार्थियों के लिए सहयोग तथा मानवीय सहायता जारी रखने की मांग करेंगे।
02:25 PM, 24th Aug
-अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने सोमवार को 'लोया जिरगा' यानी भव्य सभा का आयोजन किया जिसमें 8 से ज्यादा उलेमाओं तथा धर्म के विद्वानों ने हिस्सा लिया है। तालिबान के राजनीतिक नेताओं ने भी लोया जिरगा में भाग लिया।
-तालिबानी नेता एवं दोहा शांति वार्ता दल के महत्वपूर्ण सदस्य मौलवी अमीर खान मुतक्की ने लोया जिरगा की अध्यक्षता की। इस दौरान मौलवी मुतक्की ने कहा कि तालिबान इस्लामी अमीरात अफगानिस्तान की नई सरकार में देश के सभी राजनीतिक दलों को शामिल करना चाहता है।