सरल पूजा विधि- इस दिन व्रत करने वाली सूर्योदय से पूर्व ही उठ कर, नहा कर पूरा श्रृंगार करती हैं। पूजन के लिए केले के पत्तों से मंडप बनाकर गौरी-शंकर की प्रतिमा स्थापित की जाती है। इसके बाद उस चौकी पर चावलों से अष्टदल कमल बनाएं, इसी पर कलश की स्थापना करें। इस दिन हरतालिका तीज पूजन के लिए मिट्टी से बनाई गई प्रतिमा को सुंदर वस्त्रों से सजाएं। इसके साथ पार्वती जी को सुहाग का सारा सामान चढ़ाया जाता है। सभी भगवानों को कलावा चढ़ाएं। फिर गणेश जी और भगवान शिव को जनेऊ अर्पित करें। रात में भजन, कीर्तन करते हुए जागरण कर तीन बार आरती की जाती है और शिव पार्वती विवाह की कथा सुनी जाती है।