कहीं किसी रोज, सात फेरे और कहानी घर-घर की जैसे धारावाहिकों में काम कर चुके मज़हर सैयद लड़कियों की शिक्षा और महिलाओं के सशक्तिकरण पर विश्वास रखते हैं। उनका मानना है कि महिलाएँ आज के दौर की शक्ति स्तंभ हैं और समाज में उनका एक खास दर्जा होना चाहिए।
मज़हर उन इंसानों में से नहीं हैं जो सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें बोलते हैं। वे इस दिशा में कुछ करते भी हैं। ‘अहसास फाउंडेशन’ नामक संस्था से मज़हर जुड़े हुए हैं। यह समाज सेवी संस्था उन गरीब लड़कियों की शिक्षा पर ध्यान देती है, जिनके पास पर्याप्त साधन नहीं है।
मजहर अपना कुछ समय इस संस्था को देते हैं और तीन लड़कियों की जिम्मेदारी उन्होंने ले रखी है। मज़हर का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस दिशा में काम करना चाहिए।