वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम एक अंतरराष्ट्रीय संस्थान है। इसकी स्थापना सन् 1971 में प्रो. क्लाउस श्वाब द्वारा एक आत्मनिर्भर, पारदर्शी एवं 'नॅाट-फॉर प्रॉफिट' संस्थान के रूप में जिनेवा (स्विट्जरलैंड) में की गई। यह फोरम विश्व के राजनीतिक, सांस्कृतिक, व्यापार आदि निर्णयकर्ताओं को एकजुट करता है, जो ऐसे प्रोजेक्ट्स और पहल पर मिलकर काम करते हैं जिससे वास्तविक तौर पर समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।
यह फोरम हर साल एक वार्षिक बैठक करता है। इस साल फोरम की 53वीं वार्षिक बैठक स्विट्जरलैंड के दावोस में 16 से 20 जनवरी तक आयोजित होगी। इस साल की थीम है- 'को-ऑपरेशन इन अ फ्रेगमेंटेड वर्ल्ड'। इस बैठक के माध्यम से 130 दशों के 2,700 लीडर्स एवं 52 सरकारों के प्रधान साथ आएंगे।
फोरम का एजेंडा लगातार रूप से बदलता रहता है। पिछले कुछ वर्षों में वार्षिक बैठक ने विश्व के समक्ष उभरती चुनौतियों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है जिसमें जलवायु परिवर्तन हमेशा से ही चिंताजनक विषय रहा है। यह ऐतिहासिक बैठक विश्व के लीडर्स को संयुक्त रूप से एनर्जी, जलवायु और प्रकृति, निवेश, व्यापार और इन्फ्रास्ट्रक्चर, सीमांत प्रौद्योगिकियों एवं उद्योग, नौकरी, स्किल्स, हेल्थ एवं भू-राजनीतिक सहयोग आदि क्षेत्रों में काम करने के लिए प्रोत्साहित करती है।