हां, अमेरिका पर हमलों के बाद मुसलमानों ने मनाया था जश्न : ट्रंप

वाशिंगटन। अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर मुस्लिम विरोधी दावा किया है। ट्रांप ने कहा था कि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन पर हुए इस हमले के बाद उन्होंने न्यूजर्सी में हजारों मुसलमानों को जश्न मनाते देखा था। हांलाकि, तथ्यों की जांच करने वालों ने उनके इस दावे को खारिज कर दिया।
 
उन्‍होंने अमेरिका में 11 सितंबर 2001 में हुए आतंकवादी हमलों पर मुसलमानों पर दिया गया उनका बयान सौ फीसद सही हैं। उन्होंने दावा किया कि इस बयान के बाद सैकड़ों लोगों ने ट्विटर पर और फोन करके उन्हें जानकारी दी थी कि उन्होंने भी इस आतंकवादी हमले के बाद मुसलमानों को जश्न मनाते देखा था और वह सौ प्रतिशत सही हैं।
 
न्यू जर्सी के गवर्नर और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल रिपब्लिकन पार्टी के दूसरे उम्मीदवार क्रिस क्रिस्टी ने ट्रंप के दावे को खारिज करते हुए कहा कि अगर ऐसा होता मुझे यह याद होता। 
 
एक जनमत संग्रह में पता चला है कि इस बयान के बाद ट्रंप की लोकप्रियता में भी 12 प्रतिशत की कमी आई है और उनकी लोकप्रियता 43 से घटकर 31 प्रतिशत रह गई है। ट्रंप ने देश में मुसलमानों की निगरानी करने के लिए एक डाटा बेस बनाने का भी जोर दिया। देश को आतंकवाद से बचाने के लिए अमेरिका में मुस्लिमों के डेटाबेस की व्यवस्था करने के ट्रप के बयान पर विवाद हो गया था।

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