उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने 7 साल में 1.78 लाख लोगों को नौकरियां दी है। दिल्ली यूनिवर्सिटी में करीब 2500 नौकरियां, अस्पतालों में करीब 3000 नौकरियां दी गईं। 25000 नए युवा टीचर्स को गेस्ट टीचर की नौकरी दी गईं। दिल्ली में लघु व मध्यम आकार के व्यापार में वृद्धि हुई है जिससे प्राइवेट सेक्टर में भी नौकरियां उत्पन्न हुई हैं।
बजट पेश करते हुए उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा कि 1,78,00 में से 51,307 नौकरियां तो पक्के तौर पर सरकारी नौकरियां हैं। यह नौकरियां DSSSB की परीक्षा लेकर दी गई है।
सिसोदिया ने कहा कि आज मैं अपने आठवें बजट में दिल्ली के व्यापारियों को कोविड, जीएसटी, नोटबंदी जैसे झटकों से उबरने के लिए एजेंडा लेकर आया हूं इससे व्यापार में बढ़ोतरी होगी।