उन्होंने कहा कि इस बार उत्तरप्रदेश की जनता खासकर पिछड़ों और दलितों ने उन लोगों को नकार दिया है, जो उनके नाम पर राजनीति करके उन्हें ठगते आ रहे थे। समाज का पिछड़ा तबका अब इनके बहकावे में नहीं आने वाला है। लोग विकास चाहते हैं। पिछड़ों और दलितों के नाम पर राजनीति करने वालों ने समाज के इन वर्गों की सुध नहीं ली, बल्कि अपना और अपने परिवार का विकास किया।
अनुप्रिया ने कहा कि जनता के सामने बार-बार यह पेश किया गया कि भाजपा नीत गठबंधन के पास मुख्यमंत्री पद के लिए कोई चेहरा नहीं है, लेकिन जनता ने एक नहीं सुनी। जनता को पता था कि भाजपा के नेतृत्व में ही उत्तरप्रदेश को गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाई जा सकती है। (भाषा)