रविवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, 'इनको लगता है कि उत्तर प्रदेश का मतदाता राजनीति नहीं जानता और उसको गुमराह किया जा सकता है लेकिन यहां का मतदाता राजनीति की मर्यादा के विरुद्ध काम करने की अनुमति नहीं देगा। जनता को गुमराह करना एक राजनीतिक अपराध है। इन जादूगरों को अपनी रोजी-रोटी के लिए दूसरा धंधा अपनाना चाहिए।'
चौधरी ने कहा कि दिल्ली के शीर्ष पद पर काबिज लोगों को लगता है कि वे जो कहते हैं वो अकाट्य है, लेकिन उनको मालूम होना चाहिए कि उनके कहने का यहां कोई मतलब नहीं है। मोदी कहते हैं कि प्रदेश में विकास नहीं हुआ है, लेकिन इसका आधार क्या है? इसका जवाब भी उनको देना चाहिए।
सपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा की राजनीति संकीर्णता से ओत-प्रोत है। भाजपा को लगता है कि हिंदू और मुसलमान उसकी सांप्रदायिक सोच और इरादे को नहीं समझते, लेकिन उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिकता का कोई स्थान नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को इस चुनाव में इक्का-दुक्का सीट मिल जाए तो बड़ी बात है, उसे 11 मार्च को समझ में आ जाएगा कि झूठ बोलने का नतीजा क्या होता है। चौधरी ने कहा कि सपा जानना चाहती है कि अगर भाजपा विधानसभा चुनावों में हार गई तो क्या मोदी प्रधानमंत्री का पद छोड़ देंगे?