मोदी ने अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में भाजपा द्वारा आयोजित 'बूथ विजय सम्मेलन' को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पूर्व में दिए गए एक बयान का जिक्र किया। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, भारत की राजनीति में कुछ लोग किस हद तक नीचे गिर गए हैं।
उन्होंने कहा, मैं किसी की व्यक्तिगत आलोचना करना पसंद नहीं करता, लेकिन जब सार्वजनिक रूप से काशी में मेरी मृत्यु की कामना की गई तो वाकई मुझे बहुत आनंद आया। उन लोगों ने तो मेरे मन की मुराद पूरी कर दी। इसका मतलब यह कि मेरी मृत्यु तक न काशी के लोग मुझे छोड़ेंगे और न ही काशी मुझे छोड़ेगी।
उन्होंने कहा, यह बनारस मुक्ति के रास्ते खोलता है और बनारस विकास के जिस रास्ते पर चल पड़ा है, वह देश के लिए गरीबी और अपराध से मुक्ति के रास्ते भी खोलेगा। यही मार्ग परिवारवाद में जकड़े भारत के लोकतंत्र को भी मुक्ति का रास्ता दिखाएगा।
गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी के लंबे दौरे के बारे में कहा था, प्रधानमंत्री वहां दो-तीन महीने रहें। अच्छी बात है। वह जगह रहने वाली है। आखिरी समय पर वहीं रहा जाता है, बनारस में।(भाषा)