अगर आपके पास हैं 1 से ज्यादा बैंक अकाउंट, तो हो सकते हैं 5 बड़े नुकसान

बुधवार, 11 अगस्त 2021 (13:04 IST)
अगर एक से ज्यादा बैंकों में आपका खाता है तो सावधान हो जाने की आवश्यकता है। इस स्थिति में न सिर्फ आपके साथ फ्रॉड होने की आशंका ज्यादा रहती है बल्कि रिटर्न फाइल करने में भी आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
 
वैसे भी देखा जाए तो हर बैंक का मेंटेनेंस चार्ज, डेबिट कार्ड चार्ज, SMS चार्ज, सर्विस चार्ज, मिनिमम बैलेंस चार्ज अलग-अलग होता है। जितने बैंकों में अकाउंट होंगे उतने तरह के चार्जेस चुकाने होंगे। आइए जानते है एक से अधिक बैंक अकाउंट होने की स्थिति में आपको क्या नुकसान हो सकते हैं...
 
मिनिमम बैलेंस : अगर 1 से ज्यादा बैंक में आपका खाता है तो आपको मिनिमम बैलेंस मैंटेन करने में ज्यादा मशक्कत करना पड़ सकती है। इस चक्कर में आपका पैसा भी बैंक में फंसा रहता है। अगर मिनिमम बैलेंस मैंटेन नहीं किया तो आपको आर्थिक नुकसान भी हो सकता है।
 
निष्‍क्रिय खातों से हो सकते हैं फ्रॉड का शिकार : अगर किसी अकाउंट से 1 साल तक कोई ट्रांजेक्शन नहीं होता है तो वह निष्क्रिय हो जाता है। ऐसे बैंक अकाउंट के साथ धोखाधड़ी की संभावना भी अधिक रहती है। किसी भी सैलरी खाते में 3 महीने तक सैलरी नहीं आने पर वह अपने आप सेविंग अकाउंट में बदल जाता है। अगर आपने इस पर भी ध्यान नहीं दिया तो यह निष्क्रिय अकाउंट हो जाता है।
 
इनवेस्टमेंट प्लानिंग पर असर : अगर आपके पास कई बैंकों में अकाउंट है तो इससे न सिर्फ आपको ब्याज का नुकसान होता है। बल्कि इससे आपकी इनवेस्टमेंट प्लानिंग पर भी बुरा असर पड़ सकता है।
 
आर्थिक नुकसान : अगर आपके पास 2 बैंक अकाउंट है और आपने गलती से ऐसे अकाउंट से भुगतान किया जिसमें पैसे कम है तो आप पर कई तरह के चार्जेस लग जाते हैं। कई लोग SIP के माध्यम से Mutual Funds में निवेश करते हैं। अगर आपके अकाउंट में SIP की डेट पर पैसे नहीं है तो भारी जुर्माना लगता है। इसी तरह किसी Loan की EMI फेल होने पर भी आपको काफी आर्थिक नुकसान हो सकता है।
 
आईटीआर फाइल करने में परेशानी : एक से ज्यादा बैंकों में अकाउंट होने पर इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करते समय आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको अपने हर बैंक अकाउंट से जुड़ी जानकारी उसमें देनी पड़ती है। एक अकाउंट होने पर यह काम आसानी से हो जाता है।
 
कैसे बंद कर सकते हैं अकाउंट : खाता बंद करने के लिए जिस ब्रांच में आपका अकाउंट है वहां जाकर डी-लिंकिंग खाता फॉर्म भरना पड़ेगा। इस फॉर्म में खाता बंद करने की वजह बतानी होगी। अगर ज्वाइंट अकाउंट है तो फॉर्म पर सभी खाताधारकों के हस्ताक्षर जरूरी हैं।
 
आपको एक दूसरा फॉर्म भी भरना होगा। इसमें आपको उस खाते की जानकारी देनी होगी, जिसमें आप बंद होने वाले अकाउंट के पैसे ट्रांसफर कराना चाहते हैं।  एक साल से ज्यादा पुराने खाते को बंद कराने पर क्लोजर चार्ज नहीं लगता है। 

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