अयोध्या। रामनगरी अयोध्या को केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार विश्व स्तरीय पर्यटन एवं धार्मिक नगरी बनाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है। जहां अयोध्या में एक तरफ श्रीराम की जन्मभूमि मंदिर का भव्य-दिव्य निर्माण तीव्र गति के साथ चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ सम्पूर्ण अयोध्या जनपद में विश्व स्तरीय विकास के क्रियान्वयन की योजनाओं प्रदेश और देश की सरकारें साकार रूप देने में जुटी हुई हैं।
अब यह काम धरातल पर दिखने भी लगा है। चाहे वह अंतराष्ट्रीय श्रीराम एयरपोर्ट का निर्माण हो या अन्य कई करोड़ों की विकास परख परियोजनाएं हों सभी के कार्यों का शुभारंभ हो चुका है। आने वाले समय में देश-विदेश से अयोध्या आने वाले पर्यटकों की संपूर्ण सुविधाओं के लिए सरकार अयोध्या जनपद के चौमुखी विकास मे जुट गई है।
अयोध्या नगरी का स्वरूप कुछ इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि कहीं से भी किसी भी मार्ग से श्रद्धालु व पर्यटक श्रीराम नगरी अयोध्या में प्रवेश करें हैं तो उन्हें रामनगरी की झलक दिखना शुरू हो जाए। इसलिए खासतौर पर हवाई अड्डा और रेलवे स्टेशन को को राम मंदिर के स्वरूप में ढाला जा रहा है।
14 रेलवे स्टेशन दिखेंगे राम मंदिर जैसे : अयोध्या में बन रहे अंतरराष्ट्रीय श्रीराम एयरपोर्ट का निर्माण बड़ी तेजी के साथ चल रहा है और अयोध्या रेलवे स्टेशन के निर्माण का कार्य 90 प्रतिशत पूर्ण हो चूका है। अब अयोध्या जनपद के अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक स्टेशन बनाने के लिए 360 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। जल्द ही स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इसी के साथ अयोध्या जनपद के सभी 14 स्टेशनों का भी कायाकल्प होने जा रहा है। इन्हें भी भी राम मंदिर मॉडल का स्वरूप दिया जाएगा।
यह माना जा रहा है श्रीराम जन्मभूमि के पूर्ण निर्माण हो जाने के बाद अयोध्या आने वाले पर्यटकों व श्रद्धांलुओं की संख्या काफ़ी ज्यादा होगी। उनकी सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ही विकास कार्य किए जा रहे हैं। राम मंदिर निर्माण कार्य के दौरान ही अभी तक अयोध्या आने वाले पर्यटकों एवं श्रद्धांलुओं की संख्या पर अगर नजर डाली जाए तो तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालु रामनगरी अयोध्या पहुंच चुके हैं।