Agra news in hindi : जहां पूरा देश रंग-बिरंगी रोशनी के साथ दीपोत्सव पर्व मना रहा है, वहीं दो सगी बहनों ने अपने जीवन लीला को सदा के लिए समाप्त कर लिया है। यह दोनों सगी बहनें आगरा के प्रजापति ब्रह्माकुमारी आश्रम में रहती थी और यही पर इन्होंने फांसी लगाकर अपनी जान दी है।
आत्मघाती अदम उठाने से पहले इन बहनों ने तीन पन्नों का एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें अपनी मौत का जिम्मेदार संस्था के 4 लोगों को ठहराया है। इतना ही नहीं जान देने वाली बहनों ने सुसाइड नोट में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि मौत के अंजाम तक पहुंचाने वाले इन 4 लोगों को बापू आसाराम की तरह उम्र कैद की सजा मिलें।
पुलिस के मुताबिक एकता और शिखा दोनों रक्त संबंधी है, इन बहनों ने 8 साल पहले ब्रह्माकुमारी की दीक्षा ली थी। ब्रह्माकुमारी बनने के बाद इन दोनों बेटियों के परिजनों ने आगरा जगनेर में ब्रह्माकुमारी केंद्र बनवा दिया था, जिसमें दोनों रह रही थीं। परिवार भी अपनी बच्चियों के मौत पर दुखी है।
शिखा ने सुसाइड में लिखा है कि एक साल से दोनों बहनें परेशान है, उनको आश्रम के 4 कर्मचारी परेशान कर रहे है। इसलिए उनकी मौत का जिम्मेदार आश्रम के नीरज सिंघल, धौलपुर के ताराचंद, नीरज के पिता और ग्वालियर के आश्रम में रहने वाली एक महिला को ठहराया है। पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर अपनी कार्रवाई में जुट गई है।