सिंह ने कहा कि हमने पहले चीन से जुड़े करीब 3,000 करोड़ रुपए के घोटाले का पता लगाया था। लेकिन, अब उनके तार फर्जी वेबसाइट के जरिए क्रिप्टो ट्रेडिंग से भी जुड़ गए हैं।
उन्होंने कहा कि यह एक बहुत बड़ा रैकेट है और कुछ संचालक नेपाल में भी हैं, लेकिन इसे अंततः चीन से नियंत्रित किया जा रहा है। सिंह ने कहा कि अभी तक के अनुमानों के मुताबिक यह धोखाधड़ी 4,200 करोड़ रुपए की है और चीनी ऑपरेटरों से जुड़ी हुई है। (भाषा)