मथुरा। कृष्ण नगरी मथुरा में गुरुवार की सुबह 2 परिवारों के लिए काली सुबह बन गई, क्योंकि यहां वृंदावन गार्डन होटल में भयंकर आग लग गई। इस आग की चपेट में 4 कर्मचारी आ गए जिसमें से 2 कर्मचारियों की मौत हो गई जबकि 1 कर्मचारी की हालत गंभीर बनी हुई है जबकि 100 टूरिस्ट सुरक्षित हैं।
होटल में आग ऊपरी तल पर बने गोदाम में लगी थी, जो फैलकर नीचे तक पहुंच गई जिसमें 3 कर्मचारी झुलस गए। आनन-फानन में झुलसे कर्मचारियों को अस्पताल लाया गया, जहां 2 को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 1 कर्मचारी स्थिति नाजुक देखते हुए उसे आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर किया गया है।
वृंदावन गार्डन होटल में 3 फ्लोर हैं। मिली जानकारी के मुताबिक बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर में रेस्टॉरेंट, सेकंड फ्लोर में किचन और थर्ड फ्लोर में गोदाम है। माना जा रहा है कि होटल के ऊपरी तल पर आग लगी, जो नीचे की मंजिल तक पहुंच गई। हादसे के समय होटल में टूरिस्ट भी मौजूद थे।
जैसे ही आग की लपटों को लोगों ने देखा तो फायर ब्रिगेड को सूचना दी। इसी बिल्डिंग से सटी बगल में दूसरा ब्लॉक है और उसमें 25 कमरे बने हुए हैं। इनमें सूरत, हिसार और जम्मू के पर्यटक ठहरे हुए थे। इनकी श्रीमद् भागवत कथा चल रही थी जिसके चलते दूरदराज से श्रद्धालु आए हुए हैं।
मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने कमरे में फंसे लगभग 100 टूरिस्टों को सकुशल बाहर निकाल लिया, वहीं जहां आग लगी थी वहां मौजूद 4 कर्मचारी आग की लपटों में घिर गए। जब तक फायर ब्रिगेड कर्मचारी तक पहुंची, वे गंभीर अवस्था में पहुंच गए जिसके चलते 2 कर्मचारियों की जिंदा जलने से मौत हो गई। 1 की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
आग की लपटों में जलकर जान देने वाले दोनों कर्मचारियों की पहचान उमेश (30) मथुरा और वीरी सिंह (40) कासगंज आगरा के रहने वाले के रूप में हुई है। आग लगने के समय ये दोनों कर्मचारी स्टोर रूम में सो रहे थे जिसके चलते आग इन्हें भागने का मौका नहीं मिला।
दूसरी ओर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड और पुलिस आग के कारणों की जांच-पड़ताल में जुट गई है। प्रथम दृष्टया गोदाम में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। पुलिस ने अपनी जांच के लिए होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे को भी शामिल किया है कि यह किसी की शरारत तो नहीं है? कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है।