आरोपी लड़कों की पॉलीग्राफी टेस्ट भी करवाया। इसके बाद सीबीआई ने माना की चारों लड़के बलात्कार के दोषी हैं। उन्होंने कहा कि आदित्यनाथजी आपकी सरकार ने एक दलित बच्ची के साथ अन्याय किया है और डीएम व एसपी ने बलात्कारियों को बचाने के लिए रात के अंधेरे में उसका शव जलवा दिया जिससे सबूत मिट जाएं। दूसरी तरफ आपकी सरकार की एडीजी लॉ एंड आर्डर ने कैमरे पर झूठ बोला कि हाथरस में बलात्कार हुआ ही नहीं।
उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश में मासूमों के साथ हुए गैंगरेप, हत्या, बलात्कार, छेड़खानी के कारण हुई आत्महत्या के जितने भी मामले हैं, सभी को फास्ट ट्रेक कोर्ट में उच्च न्यायालय की निगरानी में चलवाया जाए क्योंकि आदित्यनाथ प्रशासन जनता का विश्वास खो चुकी है।