बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि फैसले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सरकार ने अयोध्या जिले के धन्नीपुर गांव में 5 एकड़ जमीन दी थी। इस पर इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा एक मस्जिद, अस्पताल, शोध संस्थान, सामुदायिक रसोई और एक पुस्तकालय का निर्माण कराया जाना है।
हुसैन ने कहा कि हमने 26 जनवरी, 2021 को मस्जिद की नींव रखी थी, हमने इस दिन को अयोध्या मस्जिद की नींव रखने के लिए चुना क्योंकि सात दशक पहले इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था।
अयोध्या जिले के धन्नीपुर गांव में एक मस्जिद, अस्पताल, शोध संस्थान, सामुदायिक रसोई और पुस्तकालय के निर्माण की मंजूरी के लिए जुलाई 2020 में अयोध्या विकास प्राधिकरण में आवेदन किया गया था।
गौरतलब है कि नौ नवंबर, 2019 को एक ऐतिहासिक फैसले में उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का आदेश दिया था और सरकार से जिले में एक प्रमुख स्थान पर मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन आवंटित करने को कहा था।