अयोध्या। महारष्ट्र के मुख्यमंत्री व शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के पुत्र और महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे अपने कई सहयोगियों के साथ राम नगरी अयोध्या पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमने (शिवसेना ने) 2018 में नारा दिया था कि पहले मंदिर फिर सरकार। शिवसेना के नारे के बाद ही मंदिर निर्माण का रास्ता हुआ साफ हुआ था।
ठाकरे ने कहा कि अयोध्या मे श्रीराम मंदिर का निर्माण कोर्ट के आदेश पर हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में महाराष्ट्र सदन के लिए जगह के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी जी से बात करेंगे। आदित्य ने कहा कि अयोध्या हम राजनीति करने के लिए नहीं आए हैं, बल्कि भक्त बनकर आए हैं। हमारी रामलला व हनुमान जी से यही प्रार्थना है कि हमारे हाथों से लोगों की अच्छी सेवा हो। यहां के लोगों के मन में ठाकरे परिवार और शिवसेना के लिए एक अलग भावना है, एक प्यार की भावना है और वही सब जगह दिख रही है।
जो वचन देते हैं वो पूरा करते हैं : उन्होंने कहा कि हमारा हिंदुत्व साफ है। 'रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई', जो भी हम चुनाव में वचन देते हैं, वह सब पूरा करते हैं। चुनाव जीते या हारें लेकिन, हम अपना वचन पूरा करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से फोन पर बात करेंगे और पत्र भी लिखेंगे कि यहां अयोध्या में महाराष्ट्र सदन के लिए जगह दे। यहां महाराष्ट्र से बहुत तीर्थ यात्री आते हैं, उनके रहने के लिए हम यहां महाराष्ट्र सदन बनाना चाहते हैं।
अयोध्या पहुंचने के बाद सर्वप्रथम आदित्य ने अयोध्या जनपद स्थित रामनगर में इस्कॉन मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद पत्रकारों से मुखातिब हुए फिर शिवसेना महासचिव व राज्यसभा सदस्य संजय राउत व महाराष्ट्र के अन्य मंत्रियों व शिवसैनिकों के साथ राम जन्मभूमि स्थित श्री रामलला किए। इसके बाद उन्होंने हनुमान गढ़ी में भी पूजा-अर्चना की। ठाकरे ने सरयू के तट पर 1051 बत्ती की आरती की। आरती के उपरांत सवा क्विंटल दूध से मां सरयू का अभिषेक भी किया गया।