इटावा। उत्तरप्रदेश के इटावा में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा था और वायरल वीडियो डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति से जुड़ा हुआ था। वीडियो इटावा जिले के चौबिया थाने का बताया जा रहा था और वायरल वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता था कि थाने के अंदर बने टॉयलेट में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति रखी हुई थी।
इसके बाद वीडियो तेजी के साथ क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गया और लोगों में नाराजगी पनपने लगी इसको देखते हुए पुलिस विभाग के अधिकारियों ने आनन-फानन में वायरल वीडियो की जांच करते हुए एक दरोगा व दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है।
क्या था वायरल वीडियो? : इटावा में गुरुवार की देर रात से ही एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति टॉयलेट के पास लेटी दिखाई दे रही है। इसके आगे के वीडियो में चौबिया थानाध्यक्ष का कमरा दिखाई दे रहा है। शुक्रवार सुबह जैसे ही इस वीडियो की जानकारी क्षेत्रवासियों को हुई तो क्षेत्रवासियों ने सोशल मीडिया पर पुलिस के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
इसके बाद आनन-फानन में वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए एसएसपी जयप्रकाश सिंह ने तत्काल प्रभाव से जांच के आदेश दिए और वहीं तत्काल वीडियो की जांच कर एसपी ग्रामीण सत्यपाल सिंह ने प्राथमिक जांच कर अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी। जांच के आधार पर आई रिपोर्ट के आधार पर प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए एसएसपी ने चौबिया थाने के दरोगा धर्मेंद्र शर्मा, सिपाही कुलदीप, सिपाही सचिन को सस्पेंड कर दिया और विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए हैं।
क्या बोले अधिकारी? : एसएसपी ने बताया एक वीडियो वायरल हुआ है और इस मामले में प्रथम दृष्टया एक दरोगा व दो सिपाहियों की भूमिका संदिग्ध है। इनको सस्पेंड किया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है।