सूत्रों का कहना है कि बोरवेल 100 फीट गहरा हो सकता है। ध्रांगधरा तालुका की मामलातदार शोभना फल्दू ने कहा कि सेना के जवान मौके पर पहुंच गए हैं और लड़की को बचाने के प्रयास जारी हैं। बच्ची प्रवासी खेतिहर मजदूरों के परिवार से ताल्लुक रखती है। मामलातदार नीलेश परमार ने बताया कि बचाव अभियान के लिए सेना के जवानों के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दल को भी बुलाया गया है।