ताजा मामला बुलंदशहर (Bulandshahr) टाउन स्कूल के निकट का है। यहां एक दुकानदार सड़क पर जूते रखकर बेच रहा था। कुछ राहगीर जूते खरीदने के लिए रुके तो सकते में रह गए, क्योंकि जूतों के सोल पर 'ठाकुर' लिखा था।
पुलिस ने विशाल चौहान की शिकायत पर दुकान संचालक नासिर निवासी रामनगर गुलावठी और अज्ञात में जूते बनाने वाली फैक्टरी मालिक के खिलाफ IPC की धारा 153A, 323, 504 के अंतर्गत थाना गुलावठी में मुकदमा दर्ज करा दिया है।
पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही है और उसने जांच शुरू कर दी है कि जूते के पीछे 'ठाकुर' लिखने का मकसद क्या है, जूता बनाने वाला कौन है? वही जूते बेचने वाले नासिर का कहना है कि वह दिल्ली से जूते खरीदकर लाता और बेचता है। ठाकुर शब्द से उसका कोई लेना-देना नहीं है।