Conspiracy to terrorize western Uttar Pradesh: मुफ्फरनगर जिले से मेरठ एसटीएफ ने जिंदा 4 टाइम बमों के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया युवक मूलरूप से नेपाल का रहने वाला है। वर्तमान में अपने चाचा के साथ मुजफ्फरनगर में रह रहा था। जहां उसकी मुलाकात इमराना नाम की महिला से हुई और उसी ने 50 हजार रुपए में 4 टाइम बम बनाने का ऑर्डर दिया था। माना जा रहा है कि इन टाइम बमों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश को दहलाने की साजिश रची जा रही थी।
पुलिस गिरफ्त में आए इस युवक का नाम जावेद है, यह युवक मुजफ्फरनगर थाना कोतवाली के मिमलाना क्षेत्र में चाचा के साथ पटाखे बनाने का काम करता था। इसी दौरान उसने यूट्यूब के माध्यम से खाली ग्लूकोस की बोतल में टाइम बम/आईईडी बनाना सीखा। एसटीएफ की गिरफ्त में आए जावेद के पिता आरिफ भी पटाखा बनाने का काम करते थे।
मिली जानकारी के मुताबिक आरिफ का काठमांडू की रहने वाली हिन्दू महिला नीतू से प्यार हो गया था। उसने नीतू से प्रेम विवाह कर लिया। आरिफ और नीतू को तीन संतान पैदा हुईं, उनमें से जावेद सबसे छोटा है। जावेद की मां नीतू नेपाल के काठमांडू लाजिम खरसानी ताल में रहती है। जावेद का बड़ा भाई न्यूयॉर्क में नौकरी करता है, जबकि उसकी बहन पति के साथ दुबई में रहती है।
ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है जावेद : टाइम बम बनाने वाला जावेद ज्यादा पढ़ा-लिखा नही है। उसने नेपाल में रहकर सातवीं तक की शिक्षा ली और उसके बाद पिता के साथ भारत के मुजफ्फरनगर में आकर रहने लगा। पिता पटाखे बनाने का काम करते थे। वह उनके साथ काम करने लगा। कुछ वर्ष पूर्व जावेद के सिर से पिता का साया उठ गया और वह अपने चाचा-चाची के साथ रहने लगा।
एसटीएफ द्वारा पकड़े जाने के बाद जावेद की चाची का कहना है कि वह बहुत नेक लड़का है। किसी को परेशान देखकर उनकी मदद के लिए तैयार रहता है। विगत 15 सालों से वह उनके साथ रहता है, अब लोअर-टीशर्ट बेचकर जीवन यापन कर रहा था। जावेद के चाचा पटियाला में कपड़े बेचने का काम करते है। जावेद बम बनाने का काम नहीं करता। पता नही पुलिस उसे पकड़कर क्यों ले गई है या वह किसी के बहकावे में आ गया है।
एसटीएफ कर रही है पूछताछ : मेरठ एसटीएफ जावेद को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी है। वह यह जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है कि उसके किसी आतंकी संगठन से संबंध तो नही है। STF के मुताबिक जावेद शामली जिले की रहने वाली इमराना नाम की महिला के संपर्क में था और उसी ने 4 टाइम बम बनाने के ऑर्डर जावेद को दिया।
इमराना ने एडवांस के तौर पर 10 हजार रुपए दिए थे बाकी 40 हजार रुपए टाइम बम की डिलीवरी के समय देने थे। लेकिन बमों की डिलीवरी से पहले ही मेरठ एसटीएफ ने जावेद को धर दबोचा। इमराना का आईएसआई से संपर्क भी सामने आ रहा है, जिसके बाद यह माना जा रहा है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को दहलाने की साजिश की जा रही थी।
जावेद के पकड़े जाने के बाद खुफिया एजेंसी अलर्ट हो गई है। वहीं इमराना पुलिस गिरफ्त से दूर है, उसके पकड़े जाने के बाद खुलासा हो पाएगा कि उसने टाइम बम क्यों बनवाए थे, उसके साथ और कौन जुड़ा हुआ है?