गैंगरेप पीड़ित बेटी को न्याय दिलाने के लिए भटक रहे पिता की सड़क दुर्घटना में मौत

अवनीश कुमार

बुधवार, 10 मार्च 2021 (19:10 IST)
कानपुर। उत्तरप्रदेश के थाना सजेती में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने बुधवार की सुबह एक आरोपी गोलू यादव को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन दरोगा का बेटा दीप पुलिस की पकड़ से अभी भी बाहर है। 3 दिनों से अपनी गैंगरेप पीड़ित बेटी को न्याय दिलाने के लिए भटक रहे पिता को बुधवार सजेती के अनूपूर चौराहे पर तेज रफ्तार ट्रक ने रौंद दिया जिससे मौके पर ही मौत हो गई।

हादसे की जानकारी गांव पहुंचते बड़ी संख्या में गुस्साए ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और कानपुर-सागर राजमार्ग जाम करके हंगामा शुरू कर दिया। पीड़ित के परिवार वालों ने आरोपितों व पुलिस की मिलीभगत से किशोरी के पिता की हत्या का आरोप लगाया है।

सूचना पर थाने से पहुंचे पुलिस अफसरों ने समझाने का प्रयास किया लेकिन भीड़ ने एक नहीं सुनी। पुलिस के आला अफसर भी घटनास्थल पर पहुंच गए। बेटे की मौत की खबर मिलते ही वृद्ध पिता भी मौके पर पहुंच गए और कहा कि मेरा बेटा और गैंगरेप पीड़ित किशोरी का पिता मंगलवार की रात पुलिस के साथ था।

कानपुर में मेडिकल परीक्षण के बाद पीड़ित किशोरी व उसके माता-पिता को पुलिस सजेती थाने ले गई। रात को किशोरी को घाटमपुर के सरकारी अस्पताल में लाया गया, जिस समय घटना हुई पुलिस साथ में थी।

पुलिस ने दारोगा के दबाव में आकर पीड़िता के पिता को बीच सड़क धक्का दे दिया, जिससे उनकी ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई। मेरे बेटे की हत्या की गई है और हादसे का रूप देने का प्रयास किया जा रहा है। पूरे मामले को लेकर डीआईजी कानपुर डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि पंजीकृत अभियोग धारा.376डी (ए), 504, 506 IPCव 5G/6पॉक्सो अधि0 में मुख्य अभि. गोलू यादव को गिरफ्तार किया गया व शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु टीमें गठित की गई है। 
 
ट्रक से हुई दुखद : दुर्घटना में अपर पुलिस अधीक्षक के अधीन टीमें गठित कर तथ्यों के आधार पर आवश्यक कार्रवार्अ की जा रही है।
क्या है मामला : गौरतलब है कि कानपुर में थाना सजेती के अंतर्गत गैंगरेप का एक मामला मंगलवार को थाने पहुंचा था जिसमें गैंगरेप की पीड़िता किशोरी के पिता ने बांदा में तैनात एक दरोगा के बेटे व उसके दोस्त के ऊपर बेटी के गैंगरेप का आरोप लगाया था।

दरोगा के बड़े बेटे पर मुकदमा दर्ज न कराने का दबाव बनाते हुए गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी का आरोप भी लगाया था। गैंगरेप की जानकारी होते ही मौके पर एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव के साथ सीओ गिरीश कुमार भी थाने पहुंच गए थे। उन्होंने गैंगरेप पीड़िता किशोरी के पिता से बातचीत करते हुए आरोपी दीपू और उसके साथी गोलू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के 5 टीमों का गठन करते हुए जल्द से जल्द गिरफ्तारी के आदेश भी दिए थे।

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