गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले के बाद एटीएस किसी भी पहलू की अनदेखी नहीं कर रही है और अनसुलझे सवालों के जवाब ढूंढने में एटीएस जुटी है लेकिन जैसे-जैसे टीम आगे बढ़ रही है उसके सामने अनसुलझे सवालों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले के बाद एटीएस का पूरा शक है कि अहमद मुर्तजा अब्बासी अकेला नहीं है। वह और उसके साथी मिलकर किसी और बड़ी साजिश को अंजाम देना चाहते थे।
बहरहाल एटीएस हर एक पहलू की जांच कर रही है। एटीएस सूत्रों की माने तो अहमद मुर्तजा अब्बासी के लैपटाप में कई तरह के उकसाने वाले वीडियो मिले हैं, साथ ही मुम्बई और नेपाल के कई लोगों के साथ लगातार चैटिंग भी मिली है। इनमें से कुछ के बारे में एटीएस को पता भी लग गया है। ये सभी संदिग्ध बताये जा रहे हैं।
चैटिंग की कई बातें एटीएस को समझ नहीं आई हैं, इसके लिए उसे डिकोड किया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि मुर्तजा व उसके के लैपटॉप को लखनऊ लाया गया है। जहां फोरेंसिक विशेषज्ञ उसमें से कुछ और पता करने की कोशिश करेंगे। वही लैपटॉप में कोई चैटिंग को डिकोड करने का भी प्रयास भी एटीएस करेगी।
वही एटीएस सूत्रों की माने तो मुर्तजा के मंदिर में दाखिल होने, आतंकी साजिश और इरादों की जांच के लिए एटीएस, पुलिस, एसटीएफ व खुफिया तंत्र की करीब दर्जन भर टीमें नेपाल, मुंबई, कोयंबटूर, जामनगर, गाजीपुर और जौनपुर के अलावा कई जिलों तक सुराग तलाश रही हैं।
बीमार आदमी ने कैसे की इतनी हवाई यात्रा - एटीएस सूत्रों की माने तो उसके पिता के मुताबिक मुर्तजा का दिमागी इलाज चल रहा था जबकि दूसरी ओर वह लगातार गोरखपुर, मुंबई, कोयंबटूर, जामनगर और नेपाल की हवाई यात्राएं कर रहा था। ऐसे में जांच इसकी भी हो रही है कि यदि दिमागी रूप से इतना बीमार है तो वह अकेले कैसे इतनी हवाई यात्राएं कर सकता है।
उसके पास से 28 मार्च का गोरखपुर से दिल्ली का इंडिगो एयरलाइंस का टिकट भी मिला है। बताया जा रहा है कि घटना वाले दिन भी उसका गोरखपुर से मुबंई का इंडिगो एयरलाइंस से टिकट था। इस बात की जांच की जा रही है।