अखिल भारतीय जाट महासभा की ओर से रविवार को उत्तर प्रदेश के मेरठ में प्रांतीय सम्मेलन में जाटों ने आरक्षण के लिए एक बार फिर हुंकार भरी है। वक्ताओं ने कहा कि अब आरक्षण के लिए वे बलिदान से पीछे नहीं हटेंगे। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष और सम्मेलन के मुख्य वक्ता नरेश टिकैत ने जाटों को आरक्षण दिए जाने की वकालत करते हुए कहा कि इस कौम का हर क्षेत्र में सर्वाधिक योगदान रहा है और आरक्षण उनके समाज का हक है।
रालोद के राष्ट्रीय सचिव राजकुमार सांगवान ने इस मौके पर कहा कि वर्ष 2014 में चौधरी अजित सिंह के अथक प्रयासों से केन्द्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जाटों को केन्द्र में आरक्षण दिया था, लेकिन उस साल हुए लोकसभा चुनाव के बाद केन्द्र में बनी भाजपा की सरकार की कमजोर पैरवी के कारण केन्द्र में जाट आरक्षण रद्द हो गया। जाट आरक्षण को वापस पाने के लिए जाट हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे।