रूरा के हारामऊ गांव में एक बंजारा डेरा है। डेरा में सैकड़ों परिवार झोपड़ी बनाकर रहते हैं। इस डेरे में प्रकाश अपनी पत्नी रेशम, पुत्र सतीश, बहु काजल व दो नाती, एक नातिन के साथ झोपड़ी में रहता था। प्रकाश व सतीश मजदूरी करते थे। रोज की तरह खाना खाने के बाद पूरा परिवार सोने के लिए झोपड़ी के अंदर चला गया था। रविवार भोर सुबह अचानक झोपड़ी में आग लग गई।
आग की लपटें देख गांव में हड़कंप मच गया। जब तक डेरे में रहने वाले लोग आग बुझाने की कोशिश करते तब तक झोपड़ी के अंदर सो रहे प्रकाश का पुत्र सतीश (30), काजल (26) व सनी (6), संदीप ( 5 ) और बेटी गुड़िया (3) के ऊपर छप्पर के नीचे दबकर जिंदा जलकर मौत हो गई।
पुलिस अधिक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि थाना रूरा क्षेत्र के ग्राम हारामऊ स्थित बंजारा डेरा में एक झोपडी में आग लगने की सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पुलिस फोर्स सहित, फायर ब्रिगेड, फील्ड यूनिट मौके पर पहुंचकर घटना का स्थलीय निरीक्षण किया गया। झोपडी में रहने वाले दंपत्ति व उनके तीन मासूम बच्चों की आग में झुलस जाने के कारण मृत्यु हो गई है। मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही झोपड़ी में आग लगने के कारण का पता लगाया जा रहा है।