आदमखोर गुलदार बिजनौर जिले में लोग पर हमला करके उनको अपना शिकार बना रहा। ताजा मामला रविवार का है, जहां एक किसान अपने 11 वर्षीय बेटे के साथ खेतों में काम कर रहा था, तभी किसान के बेटे पर आदमखोर गुलदार ने हमला किया और उसको अपना निवाला बना लिया।
इसके चलते उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी। घटना के बाद ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए वन अधिकारियों को घेर लिया और गुलदार को पकड़ने की मांग की। वन विभाग ने पिंजरा लगाते हुए कड़ी मशक्कत करते हुए गुलदार को पिंजरे में कैद कर लिया। इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
बिजनौर के अलियारपुर के खेत मे किसान अपने 11 साल के बेटे नितेश के साथ गन्ने के खेत पर काम कर रहा था। गन्ने के खेतों में गुलदार दिखाई नही पढ़ रहा था, तभी अचानक से ईखों के बीच से गुलदार आया और नितेश पर हमला बोल दिया। इसकी वजह से उसकी मौत हो गई। नितेश के घर सूचना पहुचते ही हड़कंप मच गया, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
हादसे के बाद बड़ी संख्या में लाठी-डंडे लेकर ग्रामीण सड़क पर आ गए। वन विभाग के अधिकारियों से कहा-सुनी भी हुई। जल्दी ही गुलदार को पकड़ने का आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीण शांत हुए।
वन विभाग ने ग्रामीणों की मदद से कुछ ही घंटों के बाद एक जानवर को पिंजरे के पास बांध दिया गया। जानवर की आवाज़ सुनकर गुलदार पिंजरे में बंद जानवर की तरफ लपका, और पिंजरे में कैद गया। अब इस आदमखोर को वन विभाग जंगल में छोड़ने की बात कह रहा है।
गुलदार के हमले से बिजनौर जिले में बच्चे की मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी गुलदार के हमले में कई बच्चों की जान जा चुकी है। जब कोई हादसा होता है तो वन विभाग अलर्ट होता है, लेकिन कुछ दिन बाद फिर से कुंभकरणी नींद सो जाता है।