पैलानी, जसपुरा, पल्हरा, हटेटी पुरवा, कहला, गंछा आदि गांव फॉल्ट की समस्या से जूझ रहे हैं। यहां पर लाइनों को ठीक करने के लिए कोई कर्मचारी नहीं जा रहे हैं। कई गांव अंधेरे में डूबे हुए हैं। इंजीनियर वैभव शुक्ला ने कहा कि जब तक हमारी समस्याओं का निराकरण नहीं होता आंदोलन जारी रहेगा।
पेंशन बंद होने से कर्मचारियों का बुढ़ापे का सहारा छिन गया है। आलोक शर्मा, रवि गौतम, उदय प्रताप, प्रकाश देव, रामसिंह, मोहम्मद सिद्दीक, देववृत, अमित, अलताफ, राजेश श्रीवास, राहुल सिंह और अनुदेश कटियार रहे।