कानपुर देहात। कानपुर देहात के मंडौली में अवैध कब्जे को हटाने के दौरान 13 फरवरी को मां-बेटी की आग की चपेट में आकर दर्दनाक मौत हो गई थी। वहीं पूरी घटना की निष्पक्ष जांच के लिए शासन ने 2 सदस्यीय समिति का गठन किया था। शासन ने 7 दिन के भीतर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे।
घटना की जांच कर रही एसआईटी ने अब चश्मदीदों की तलाशी तेजी से शुरू कर दी है। एसआईटी ने फोन नंबर जारी करते हुए चश्मदीदों से बयान दर्ज करने के लिए टीम से संपर्क करने और डिजिटल सबूत प्रदान करने का आग्रह किया है। एसआईटी में डॉ. राजशेखर (मंडलायुक्त, कानपुर मंडल) व आलोक सिंह (अपर पुलिस महानिदेशक, कानपुर जोन) को 7 दिन के भीतर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के शासन ने निर्देश दिए थे।
मंडलायुक्त ने जारी किया पत्र: डॉ. राजशेखर की तरफ से गुरुवार की देर शाम एक पत्र जारी किया गया है। पत्र के माध्यम से अपील की गई है कि कोई भी व्यक्ति/ संस्था/ संगठन आदि द्वारा ग्राम पंचायत मंडौली की घटना के संबंध में किसी भी रूप में साक्ष्य, जैसे लिखित, मौखिक, इलेक्ट्रॉनिक अथवा अभिलेखीय जो वीडियो, फोटो के रूप में हो सकता है, जांच समिति के सदस्यों को 17 से 21 तक तक सुबह 10 से शाम 6 बजे तक निम्नलिखित पते, दूरभाष व ई-मेल पर भेजकर घटना से जुड़ी जानकारी दे सकते हैं या फिर स्वयं आकर अपने बयान दर्ज करा सकता है।
उन्होंने कहा कि बयानकर्ता को अपना लिखित बयान शपथ पत्र पर देना होगा व पूरे बयान को पढ़कर सुनाना होगा जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी जिसे साक्ष्य स्वरूप संरक्षित किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के रूप में उपलब्ध कंटेंट को भी शपथपत्र के माध्यम से लिखित रूप में देना आवश्यक होगा।