नाटकीय ढंग से बिकरू कांड के आरोपी ने किया सरेंडर और बोला मुझे बहुत है आत्मग्लानि...

अवनीश कुमार
शनिवार, 8 अगस्त 2020 (15:24 IST)
कानपुर। उत्तरप्रदेश के कानपुर में थाना चौबेपुर के अंतर्गत 2 व 3 जुलाई की मध्यरात्रि हुए बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद उसके अन्य साथियों की तलाश पुलिस कर रही थी। इसी दौरान अपराधी विकास दुबे के खास शातिर अपराधी उमाकांत की तलाश भी पुलिस को थी और उसके ऊपर 50 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा गया था। लेकिन शनिवार को शातिर अपराधी उमाकांत ने नाटकीय ढंग से चौबेपुर थाने के अंदर सरेंडर कर दिया है।
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कैसे किया सरेंडर? : बिकरू कांड में 50 हजार का इनामी उमाकांत आज शुक्रवार को नाटकीय ढंग से चौबेपुर थाने में अपनी पत्नी, बेटी के साथ सरेंडर करने पहुंच गया। इस दौरान वह गले में एक पट्टी टांगे हुआ था और जिसमें लिखा था कि 'मेरा नाम उमाकांत शुक्ला उर्फ गुड्डन पुत्र मूलचंद्र शुक्ला निवासी बिकरू थाना, चौबेपुर है। मैं बिकरू कांड में विकास दुबे के साथ शामिल था। मुझे पकड़ने के लिए रोज पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है जिससे मैं बहुत डरा हुआ हूं। हम लोगों के द्वारा जो घटना की गई थी, उससे हमें बहुत आत्मग्लानि है। मैं खुद पुलिस के सामने हाजिर हो रहा हूं और मेरी जान की रक्षा की जाए मुझ पर रहम की जाए।'
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पट्टी टांगे जैसे ही थाने के अंदर उमाकांत अपनी बेटी व पत्नी के साथ पहुंचा तो थोड़ी देर तक आस-पास मौजूद पुलिसकर्मी भी उसे नहीं पहचान पाए। लेकिन फिर जब खुद ही वह कहने लगा कि मैं उमाकांत हूं और विकास दुबे के साथ उस रात घटना को अंजाम दिया था तो मुझे गिरफ्तार कर लो और मेरी रक्षा करो। इतना सुनते ही तत्काल प्रभाव से मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी और उसे थाने के अंदर नजरबंद कर लिया। थाने पहुंचते ही अधिकारियों ने उससे बातचीत करने का प्रयास किया तो वही उसकी पत्नी व बेटी हाथ जोड़कर क्षमा-याचना करने लगा। यह सब देख मौके पर मौजूद थाना प्रभारी ने तत्काल प्रभाव से उसे हिरासत में लेकर थाने के अंदर बैठा लिया और पूछताछ करने लगे।
 
मेरे पापा को माफ कर दिया जाए : बिकरू कांड का आरोपी उमाकांत अपनी बेटी के साथ सरेंडर करने थाने पहुंचा था। इस दौरान बेटी छवि ने थाने के अंदर मौजूद अधिकारियों से कहा कि मेरा मेरे पापा को माफ कर दिया जाए। वह हाजिर होने आए हैं और आप लोगों की शरण में आए हैं। मेरे पापा को बख्श दिया जाए।
 
क्या बोली पुलिस? : थाना प्रभारी चौबेपुर ने बताया कि पुलिस की टीम लगातार 50 हजार के इनामी उमाकांत की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी जिसके चलते आज आरोपी उमाकांत अपने पूरे परिवार के साथ थाना चौबेपुर में आकर पुलिस के सामने हाजिर हुआ है। थाना चौबेपुर पुलिस ने उमाकां‍त उर्फ को अपनी अभिरक्षा में लिया है।
 
पूछताछ में उमाकां‍त उर्फ गुड्डन ने बताया है कि घटना वाले दिन अपने साथियों अमर दुबे, अतुल दुबे, प्रेमकुमार, प्रभात मिश्रा, हीरू, शिवम, जिलेदार, रामसिंह, रमेशचन्द्र, गोपाल सैनी, अखिलेश मिश्रा, विपुल, श्यामू, राजेन्द्र मिश्रा, बालगोविन्द दुबे, दयाशंकर अग्निहोत्री व विकास दुबे के साथ पुलिस वालों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी जिससे 8 पुलिस वाले शहीद हो गए थे तथा 6 गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उसके बाद हमारे साथी पुलिस वालों के सरकारी हाथियार लूटकर ले गए थे और मैं पुलिस के डर के कारण भाग गया था।
 
उसने कहा कि बिकरू कांड की मुझे बहुत आत्मग्लानि है। रोज-रोज पड़ रही ताबड़तोड़ दबिश एवं दबाव के कारण मैं आज स्वयं चौबेपुर पुलिस के सामने हाजिर हुआ हूं और मुझ पर रहम करते हुए मेरी जान की रक्षा की जाए।

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