मेरठ। जानी खुर्द क्षेत्र में क्रिकेट (Cricket) खेलकर वापस लौटते समय गर्मी से बेहाल एक किशोर गांव के स्विमिंग पूल (swimming pool) में तैराकी के लिए चला गया। जब वह तैरकर बाहर निकला तो अचानक से चक्कर खाकर गिर गया। आसपास खड़े लोग उसे तत्काल प्रभाव से अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने 17 वर्षीय किशोर को मृत घोषित कर दिया।
स्विमिंग पूल पर ताला जड़ दिया : घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के परिजन और पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों ने स्विमिंग पूल संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई से इंकार कर दिया। घटनाक्रम का सीसीटीवी भी सामने आया है। मेरठ प्रशासन ने मामले को गंभीर मानते हुए जांच शुरू कर दी है कि बिना अनुमति के गांव में स्विमिंग पूल कैसे चल रहा था? फिलहाल पुलिस ने स्विमिंग पूल पर ताला जड़ दिया है।
जानी थाना क्षेत्र के गांव सिवालखास में शिव मंदिर के पीछे गांव के अब्दुल का ब्लू हेवन नाम से स्विमिंग पूल है। गांव में पिछले 2 सालों से संचालित स्विमिंग पूल में बड़ी संख्या में युवा तैराकी के लिए आते हैं। इस बार भीषण गर्मी के आगे सब बेहाल हैं, ऐसे में ठंडक लेने के लिए पूल में युवाओं का जमावड़ा लगा रहता है।
तैराकी के लिए रेट लिस्ट भी चस्पा : मिली जानकारी के मुताबिक इस स्विमिंग पुल में तैराकी के लिए रेट लिस्ट भी चस्पा की हुई है जिसमें 1 एक घंटे नहाने के लिए 30 रुपए और कई घंटों की तैराकी के लिए 200 रुपए लिए जा रहे थे। शुक्रवार को 17 वर्षीय समीर क्रिकेट खेलने के बाद गर्मी से परेशान था और उसने 30 रुपए देकर 1 घंटे की तैराकी बुक की।
जब वह तैराकी करके पूल से बाहर आया और 2-3 कदम चला तो अचानक से चक्कर खाकर पीठ के बल गिर गया। आसपास खड़े लोगों ने उसे दौड़कर उठाया और सुभारती मेडिकल कॉलेज लाए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। देखते ही समीर की जिन्दगी चंद मिनटों में उजड़ गई।
घटना की जानकारी मिलते ही समीर के परिजन और पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक के परिजनों ने किसी भी कानूनी कार्रवाई से इंकार कर दिया। समीर की मौत की खबर से उसके गांव में सिवालखास में सन्नाटा पसर गया। गांव के लोग सकते में रह गए कि एक खुशमिजाज किशोर अचानक से दुनिया को अलविदा कह गया।
समीर अपने परिवार में दूसरे नंबर का बच्चा था। उसकी एक बड़ी बहन और छोटा भाई है। स्विमिंग पूल से बाहर निकलने और गश खाकर गिरने की यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है। पुलिस ने समीर की मौत के बाद ऐहतियात के तौर पर स्विमिंग पूल में ताला लगा दिया है।
स्विमिंग पूल में तैराकी करने बाद उसकी मौत मामले पर पुलिस प्रशासन सख्त रुख अपनाए हुए है। मिली जानकारी के मुताबिक स्विमिंग पूल संचालक अब्दुल को बुलाया गया लेकिन वह थाने नहीं पहुंचा। मेरठ डीएम दीपक मीणा ने समीर की मौत पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम को मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए हैं, वहीं प्रशासन जांच कर रहा है कि बिना अनुमति के गांव में कैसे स्विमिंग पूल चल रहा था? वहां डॉक्टर मौजूद था या नहीं? क्या बिना कोच और लाइफ गार्ड के स्विमिंग पूल संचालित किया जा रहा था? इस स्विमिंग पूल में बिजली का कनेक्शन किसने दिया?
स्विमिंग पूल में मौत का मेरठ में यह कोई पहला मामला नहीं है। अभी जून माह में भी मोदी नगर के एक युवक की परतापुर थाना क्षेत्र के स्विमिंग पूल में तैराकी के बाद मौत है गई थी। उस स्विमिंग पूल में डॉक्टर मौजूद नहीं था और उसकी भी जांच चल रही है। प्रश्न उठता है कि जब यह अवैध स्विमिंग पूल बनते हैं तो प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी कहां सोए हुए होते हैं? उनकी नींद घटना के बाद खुलती है और जांच शुरू होती है और कुछ दिन बाद फिर से ठंडे बस्ते में चली जाती है।