काशीपुर (उधमसिंह नगर)। 50 हजार रुपए के इनामी खनन माफिया की गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड में कुंडा के ग्राम भरतपुर में बुधवार रात दबिश देने पहुंची यूपी की ठाकुरद्वारा पुलिस और एसओजी टीम की ग्रामीणों से भिड़ंत में एक महिला की मौत हो गई। यह महिला जसपुर के ज्येष्ठ प्रमुख की पत्नी बताई गई है।
इस घटना के बाद उपजे ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने मुरादाबाद पुलिस पर उत्तराखंड में हत्या सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुकदमे में जो धाराएं लगीं उनमें 302, 147, 148, 149, 452, 504, 120B शामिल हैं।
बताया गया है कि परस्पर फायरिंग में जसपुर के ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर की पत्नी गुरजीत कौर (28) की मौत हो गई और 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इनमें से 2 को गोली लगी है और उनकी हालत गंभीर है। भुल्लर की तहरीर पर कुंडा पुलिस ने यूपी पुलिस के 10-12 जवानों पर हत्या का केस दर्ज किया है।
बताया जा रहा है कि यूपी के मुरादाबाद जिले की ठाकुरद्वारा पुलिस को सूचना मिली थी कि 13 सितंबर को पुलिस दल पर हमला करने वाला इनामी खनन माफिया जफर भरतपुर में जसपुर के ज्येष्ठ उप प्रमुख भुल्लर के यहां छिपा हुआ है। ठाकुरद्वारा कोतवाल योगेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस व एसओजी टीम ने बुधवार शाम भुल्लर के फॉर्म हाउस की घेराबंदी कर ली।
सादे कपड़ों में अनजान लोगों को देखकर परिजनों ने ललकारा। वे उनसे मुकाबले को आगे आए जिस कारण यह फायरिंग दोनों तरफ से होने लगी जबकि घटना के बारे में मुरादाबाद के डीआईजी शलभ माथुर के अनुसार ग्रामीणों ने पुलिस टीम को बंधक बना लिया और फायरिंग की। गोली लगने से 2 और संघर्ष में 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
ग्रामीणों का आरोप है कि यूपी पुलिस की फायरिंग में ड्यूटी कर घर लौट रही गुरजीत को गोली लग गई। उसे निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया। महिला की मौत से नाराज स्थानीय लोगों ने कुंडा थाने के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। वे पुलिस वालों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
तनाव के मद्देनजर उधमसिंह नगर और नैनीताल जिले की पुलिस फोर्स मौके पर बुला ली गई। इस दौरान गुस्साए लोगों की अफसरों से तीखी झड़प हुई। देर रात तक ग्रामीण धरने पर बैठे थे। अशोक कुमार (पुलिस महानिदेशक, उत्तराखंड) के अनुसार उधमसिंह नगर पुलिस को गंभीरता से जांच के निर्देश उनके द्वारा दे दिए गए हैं। पहले गोली किसने चलाई, यह भी जांच की जा रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
जबकि डीआईजी, मुरादाबाद शलभ माथुर कह रहे हैं कि माफिया जफर की तलाश में ठाकुरद्वारा के पास घेराबंदी की गई तो वह उत्तराखंड के भरतपुर पहुंच गया। वहां गई हमारी टीम को बंधक बना लिया गया। उनके हथियार भी छीन लिए गए। इस घटना के दौरान टीम पर हमले के बाद पुलिसकर्मियों के 3 शस्त्र भी गायब हैं। एसओजी प्रभारी समेत 5 पुलिसकर्मी लापता बताए गए, लेकिन बाद में वे मिल गए।